लखनऊ: कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों के बलिदान के बाद यूपी पुलिस ने तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की थी. जिसके बारे में बड़ी जानकारी सामने आई है. पुलिस और अपराधियों के बीच दोबारा मुठभेड़ हुई थी. जिसमें SSP और IG बाल-बाल बचे. और दो बदमाश को दबोच लिया गया.


IG मोहित अग्रवाल ने दो टीम गठित किए


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आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने दो टीम गठित किए, पहले दल में खुद IG मोहित अग्रवाल, AK47 के साथ अमृतपाल सिंह, कार्बाइन के साथ अनिल सिंह भदौरिया, रायफल के साथ इंद्रजीत, जितेंद्र कुमार, धर्मेंद्र कुमार, निर्देश कुमार सिंह, त्रिनेत्र चंद, तुर्षनपाल सिंह और कल्याणपुर थाना के प्रभारी निरीक्षक अजय सेठ, अंशुल कुमार, राहुल कुमार, पुष्पेंद्र, आसिफ, विनय कुमार, विस्वुपा और देवेंद्र काशीराम नेवादा के पास सरकारी वाहनों को उचित जगह पर छोड़कर चेकिंग करते हुए देवी स्थान मंदिर की ओर बढ़े.


जबकी दूसरी टीम में कानपुर के SSP दिनेश कुमार, SI प्रवेंद्र सिंह यादव,  मोहन कुमार, राहुल राय, कल्याण सिंह, एसपी अनिल कुमार त्रिपाठी, सर्विलांस टीम के निरीक्षक हरमीत सिंह, SI मोहित चौधरी, जितेंद्र कुमार गर्ग, अमित कुमार त्रिपाठी, हरबंश मोहाल थाना के प्रभारी निरीक्षक सतीश कुमार सिंह, रवि श्रीवास्तव, मुशीर, विश्वजीत, कपिल, कफील, दुर्गेश और आदर्श नाम के पुलिसकर्मियों की टीम अपने वाहनों को उचित स्थान पर रखकर पैदल खेतों के रास्ते होते हुए कांशीराम नेवाडा स्थित देवी स्थान के मंदिर पहुंचे.


5 बदमाशों ने अचानक पुलिस पर किया हमला


पुलिस की टीम ने 5 लोगों को देखा जिसमें से 4 ने पुलिस पर हमला कर दिया और दुर्गेश नाम का पुलिसकर्मी घायल हो गया. पुलिस ने बार-बार अपराधियों को सरेंडर करने के लिए कहा तो उन्होंने गोलियों की बौछार करते हुए ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी.


ताबड़तोड़ फायरिंग के बीच पुलिस की टीम और कानपुर नगर के एसएसपी बदमाशों की ओर बढ़ रहे थे. पुलिस की बाकी टीम कवर फायरिंग दे रही थी. पुलिस वहां बदमाशों को दबोचने की नीयत से गई थी. लेकिन उनपर अपराधियों ने हमला कर दिया. इस दौरान एसएसपी के सीने पर एक गोली लग गई, लेकिन गनीमत रही कि उन्होंने बुलेट प्रूफ जैकेट पहन रखी थी और फिर उन्हें कोई क्षति नहीं पहुंची.


बाल-बाल बचे कानपुर रेंज के IG मोहित अग्रवाल


आईजी मोहित अग्रवाल की टीम ने भी बदमाशों की घेराबंदी कर रखी थी. बदमाश लगातार फायरिंग कर रहे थे. मोहित अग्रवाल ने उन्हें सरेंडर करने के लिए कहा लेकिन बदमाश उनकी एक नहीं सुन रहे थे. आईजी मोहित अग्रवाल पर बदमाशों ने गोली चला दी. इस दौरान गोली आई के बालों को छूते हुए गुजरी और वो बाल-बाल बच गए. उसी दौरान SI आसिफ बदमाशों की गोली से घायल हो गए. 


इस मुठभेड़ के दौरान तीन बदमाश मौके से भाग खड़े हुए लेकिन दो बदमाश पुलिस की फायरिंग से घायल हो गए. जिन्हें पुलिस ने दबोच लिया है. इन बदमाशों के पास से 9 MM Glock पिस्टल बरामद हुआ है, जो पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद लूटी गई थी. बदमाशों की शिनाख्त अतुल कुमार दुबे और प्रेम प्रकाश पांडेय के रूप में हुई है. जो 8 पुलिसकर्मियों की हत्या में संलिप्त अभियुक्त भी हैं.



इसके अलावा कान्सटेबल दुर्गेशमणि त्रिपाठी, का. जितेंद्र कुमार गर्ग, अमिक त्रिपाठी और आदर्श कुमार ने एक-एक राउंड 9 MM पिस्टल से फायरिंग की.


उपरोक्त घटना की सूचना प्राप्त होनेपर तत्काल आई0जी0 कानपर रेंज और कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) ने तत्काल प्रभाव से नाकाबंदी, चेकिंग एरिया कार्डन करने के साथ सघन कांबिंग करने का निर्देश जारी कर दिया. 


8 पुलिसकर्मियों के बलिदान के बाद हुई कार्रवाई


ये कार्रवाई 8 पुलिसकर्मियों के बलिदान के बाद की गई. उस वक्त सभी थानाध्यक्षों को जरूरी निर्देश दिया गया और अतिरिक्त पुलिस, क्राइम ब्रांच और सर्विलांस टीम को तत्काल मौके पर पहुंचने का आदेश दिया गया.


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हालात की गंभीरता को देखते हुए, आईजी मोहित अग्रवाल, कानपुर के एसएसपी और एसपी पश्चिम समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और सारी सीमाओं को सील कर दिया गया था. चेकिंग भी शुरू हो गई थी. और फिर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया.


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