Delhi Riots: दिल्ली को जलाने के लिए रची थी खतरनाक साजिश, उमर खालिद 10 की दिन रिमांड पर
दिल्ली पुलिस (Delhi police) के शिकंजे में आए खतरनाक कट्टरपंथी आरोपी उमर खालिद (Umar Khalid) ने राजधानी को दंगे (Delhi Riots) की आग में झोंकने की खतरनाक साजिश रची थी. जिसकी परतें खुलनी अभी बाकी है. इसीलिए उसे पूछताछ के लिए 10 दिनों की रिमांड पर भेजा गया था.
नई दिल्ली: दिल्ली में दंगा फैलाने (Delhi Riots) के मामले में गिरफ्तार आरोपी उमर खालिद (Umar Khalid) को 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. इस दौरान दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की स्पेशल सेल उससे पूछताछ करेगी.
राजधानी को फूंकने के लिए रची गई थी खतरनाक साजिश
दिल्ली पुलिस के मुताबिक उमर खालिद और उसके साथियों ने दिल्ली को दंगे की आग में झोंकने के लिए खतरनाक साजिश रची थी. उमर खालिद ने दिल्ली में दंगा भड़काने के लिए उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में मीटिंग की थी.
उमर और उसके साथी धरना और हिंसक प्रदर्शन के लिए लोगों को उकसाने और फंड उपलब्ध करा रहे थे. उमर खालिद की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कराई गई. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सुरक्षा कारणों से उमर खालिद को कोर्ट न ले जाकर वर्चुअल तरीके से पेश करने की अनुमति मांगी थी. जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया था.
पुलिस की पूछताछ में खुला राज
गिरफ्तारी से पहले दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने उमर खालिद से 11 घंटों तक लंबी पूछताछ की थी. जिसमें आरोपी ने बताया कि दिसंबर के पहले हफ्ते में CAA और NRC के खिलाफ खड़े होने और विरोध प्रदर्शन तेज करने के लिए एक बड़ी मीटिंग जंगपुरा इलाके में की गई थी. जहां पर उमर खालिद, शरजील इमाम ,परवेज आलम, नदीम खान और कई अन्य लोग शामिल हुए.
कई घंटे तक चली बैठक के बाद शाहीन बाग समेत कई जगहों पर विरोध की योजना तैयार की गई. लोगों को भड़काने के लिए व्हाट्सएप्प पर एक ग्रुप भी बनाया गया था. जिसका नाम रखा गया CAB, यानी सिटीजन अमेंडमेंट बिल. इस ग्रुप के जरिए सरकार के खिलाफ प्रतिदिन की रणनीति तैयार की जाती थी. लोगों को भड़काने के लिए उमर खालिद और उसके साथी प्रदर्शनों में जाकर भाषणबाजी करते थे.
खालिद जैसे लोग छुपे हुए गद्दार
उमर खालिद जेएनयू का छात्र रहा है. उसके जैसे लोगों के कारण ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली जैसे अति सुरक्षित क्षेत्र में दंगों की आग भड़क गई. जिसमें लगभग 53 लोगों की मौत हो गई. जबकि 240 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. इन बेगुनाहों की मौत की सीधी जिम्मेदारी उमर खालिद जैसे लोगों पर है. जिनके उकसावे की वजह से दंगा भड़का था.
खालिद की गिरफ्तारी UAPA एक्ट के तहत की गई है. दिल्ली दंगे के कुछ दूसरे आरोपियों ने भी उमर खालिद का नाम दिल्ली दंगों के साजिशकर्ता के तौर पर लिया था.
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