लखनऊ: उत्तरप्रदेश में कानून व्यवस्था पर कई सवाल खड़े किए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को जो निर्देश दिए थे उन्हें निभाने में पुलिस उतनी सफल नहीं हो पा रही है जितनी लोगों को उम्मीद थी. यूपी पुलिस के कुछ बहादुरी भरे कामों की लोग सराहना कर रहे हैं तो वहीं कई ऐसी घटनाएं भी हुई हैं जिनसे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल भी खड़े हुए हैं. हालांकि उत्तरप्रदेश के गोंडा में पुलिस ने सराहनीय काम किया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बच्चे को अगवा करने वालों को पुलिस ने दबोचा


आपको बता दें कि गोंडा जिले में एक बीड़ी व्यवसायी के 6 वर्षीय बेटे का अपहरण कर लिया गया. बदमाशों ने इस वारदात को कर्नलगंज कोतवाली क्षेत्र के गाड़ी बाजार के नजदीक अंजाम दिया. शासन के निर्देश पर पुलिस और एसटीएफ ने मिलकर बड़े स्तर पर बच्चे की खोज शुरू की.



उल्लेखनीय है कि देर रात पुलिस और एसटीएफ की बदमाशों के साथ मुठभेड़ में एक महिला समेत 4 बदमाशों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से अपहृत बच्चे को सकुशल छुड़वा लिया.


गुंडों ने परिवार से मांगी थी 4 करोड़ की फिरौती


एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि बदमाशों ने बच्चे के पिता के फोन पर कॉल करके 4 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी. इतना ही नहीं, बदमाशों ने परिवारवालों को धमकी भी दी कि अपहरण की सूचना पुलिस को देने पर बच्चे की हत्या कर दी जाएगी. बच्चे के परिवारवालों की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर खोज शुरू की. पुलिस ने बच्चे को सुरक्षित बचाने के लिए गोंडा जिले की सारी सीमाएं सील कर दी थी. साथ ही यूपी के सभी बॉर्डर पर भी चौकसी बढ़ा दी गई ताकि बदमाश बच्चे को लेकर बाहर न निकल सकें. इसके बाद खुद बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ गए.


क्लिक करें- राम मंदिर के भूमिपूजन की तैयारियां तेज, सीएम योगी आज जाएंगे अयोध्या


पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को किया गिरफ्तार


पुलिस ने बहुत बहादुरी का परिचय देते हुए एक महिला समेत 4 अपहृताओं को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए बदमाशों में गोंडा निवासी सूरज पांडे, सूरज पांडे की पत्नी छवि पांडे, राज पांडे, उमेश यादव और दीपू कश्यप शामिल हैं. इनमें से दो बदमाश दीपू और उमेश गोली लगने से घायल हो गए. पुलिस ने बच्चे को सकुशल परिवार को सौप दिया है.