लखनऊः उत्तर प्रदेश में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा के सहयोगी अपना दल के दो विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. उनके इस्तीफे के बाद, चौधरी अमर सिंह ने कहा कि यह सरकार झूठी है और कोई विकास नहीं किया गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

 मैं अखिलेश यादव से मिला हूं और उनकी पार्टी में शामिल हो जाऊंगा. जल्द ही और लोग हमारे साथ जुड़ेंगे. वह सिद्धार्थ नगर से शोहरतगढ़ सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ सकते है.


योगी सरकार पर उठाए सवाल
अपना दल के अन्य विधायक आर.के. वर्मा ने भी पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है. वह प्रतापगढ़ की विश्वनाथ गंज सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं.दोनों विधायकों ने गठबंधन छोड़ने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार को जिम्मेदार ठहराया.


दो नए इस्तीफे के साथ, उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ गठबंधन के कुल 12 विधायकों ने राज्य सरकार पर पिछड़ा वर्ग विरोधी होने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया है.
तीन मंत्रियों सहित भाजपा के दस विधायक मंगलवार से अब तक भाजपा छोड़ चुके हैं.


यह सिलसिला शीर्ष मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बाहर निकलने के साथ शुरू हुआ, उसके बाद उसी दिन उनके करीबी तीन विधायक - भगवती सागर, रोशन लाल वर्मा और बृजेश प्रजापति ने पार्टी छोड़ दी थी.


बुधवार को राज्य के एक अन्य मंत्री दारा सिंह चौहान और विधायक अवतार सिंह भडाना ने इस्तीफा दे दिया. भडाना सपा के सहयोगी रालोद में शामिल हो गए. गुरुवार को मंत्री धर्म सिंह सैनी और भाजपा के तीन अन्य विधायक विनय शाक्य, मुकेश वर्मा और बाला अवस्थी ने भी पार्टी छोड़ दी.


ये भी पढ़ेंः Weather Update: इन हिस्सों में घने कोहरे के साथ पड़ेगी कड़ाके की ठंड, बारिश की भी संभावना


जिन तीनों मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है, वे प्रमुख ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) के नेता हैं, उनका दावा है कि समुदाय के हितों की उपेक्षा की जा रही है.


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.