Nitish Kumar: 50 साल के राजनीतिक सफर में 5 बार मारी पलटी, जानें नीतीश कुमार ने कब-कब पाला बदला
Nitish Kumar Political Journey: बिहार की राजनीति में इस वक्त सियासी भूचाल आया हुआ है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और NDA की ओर से लगातार कयास लगाए जा रहे हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार का महागठबंधन से मोहभंग हो गया है और वे NDA के साथ मिलाकर बिहार में एक बार फिर सरकार बना सकते हैं. बहरहाल, आइए एक नजर डालते हैं नीतीश कुमार के अभी तक के सियासी सफर पर.
नई दिल्लीः Nitish Kumar Political Journey: बिहार की राजनीति में इस वक्त सियासी भूचाल आया हुआ है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और NDA की ओर से लगातार कयास लगाए जा रहे हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार का महागठबंधन से मोहभंग हो गया है और वे NDA के साथ मिलाकर बिहार में एक बार फिर सरकार बना सकते हैं. पिछले कुछ समय के राजनीतिक परिदृश्य पर नजर डाले तो इस बात से इंकार भी नहीं किया जा सकता है कि महागठबंधन में सब कुछ सही नहीं चल रहा है.
पहली बार 1994 में बदला पाला
बहरहाल, आइए एक नजर डालते हैं नीतीश कुमार के अभी तक के सियासी सफर पर. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो साल 1974 में छात्र राजनीति के जरिए पॉलिटिक्स में एंट्री करने वाले नीतीश कुमार अभी तक कुल पांच पाला बदल चुके हैं. पहली बार नीतीश कुमार ने साल 1994 में पाला बदला था, तब वे जनता दल का हिस्सा थे. जनता दल से निकलने के बाद नीतीश ने 1994 में जॉर्ज फर्नांडीस, ललन सिंह के साथ मिलकर समता पार्टी बनाई और 1995 का विधानसभा चुनाव वामदलों के साथ मिलकर लड़ा.
1996 में दूसरी बार मारी पलटी
इस दौरान जब समता पार्टी को सफलता नहीं मिली, तो उन्होंने वामदलों के साथ अपना गठबंधन तोड़ लिया और NDA के साथ आ गए. इस तरह से 1996 में नीतीश कुमार ने दूसरी बार पलटी मारी. नीतीश कुमार का एनडीए के साथ यह सफर साल 2010 तक चला. इसके बाद जब नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री फेस के रूप में आगे बढ़ाया गया तो नीतीश कुमार एनडीए से अलग हो गए और 2014 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ा. इस दौरान नीतीश कुमार को दो सीटों पर जीत मिली थी.
महागठबंधन के साथ लड़ा 2015 का चुनाव
इसके ठीक एक साल बाद ही नीतीश कुमार ने महागठबंधन के साथ 2015 का विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. इस दौरान नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री तो तेजस्वी यादव उप मुख्यमंत्री बने थे. इसके बाद तेजस्वी यादव का नाम जब IRCTC घोटाले में आया तो नीतीश कुमार ने चौथी बार पलटी मारते हुए बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली. साल 2020 का विधानसभा चुनाव नीतीश और बीजेपी ने साथ मिलकर लड़ा और जीत भी हासिल की.
2022 में पांचवीं बार मारी पलटी
हालांकि, साल 2022 में नीतीश कुमार ने एक बार फिर पाला बदला और महागठबंधन के साथ आ गए. यह पांचवीं बार था जब नीतीश कुमार एक पार्टी को छोड़ दूसरी पार्टी में आए. साल 2022 के बाद से अभी तक नीतीश महागठबंधन के साथ ही हैं. मगर अब कयास लगाए जा रहे हैं कि नीतीश कुमार बहुत ही जल्द पाला बदलकर एनडीए में शामिल होने वाले हैं.
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