नई दिल्ली. मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में 12 प्रत्याशियों के नाम फाइनल कर दिए हैं. कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में ये नाम फाइनल किए गए हैं. एक समाचार एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है. माना जा रहा है कि कांग्रेस की तीसरी लिस्ट जल्द ही आ सकती है. कांग्रेस नेता जयवर्धन सिंह ने कहा-स्क्रीनिंग कमेटी ने अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और पश्चिम बंगाल के प्रत्याशियों को लेकर बैठक में चर्चा हुई. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल कांग्रेस ने पहले 82 लोकसभा प्रत्याशियों के नामों की की घोषणा कर दी है. पहली लिस्ट 39 प्रत्याशियों की थी और दूसरी लिस्ट 43 कैंडिडेट की. पश्चिम बंगाल में लोकसभा का चुनाव का सभी 7 फेज में होगा. बता दें कि पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने सभी 42 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी थी. पहले इंडिया गठबंधन की कई राउंड की बैठकों के दौरान माना जा रहा था कि पश्चिम बंगाल में तृणूमूल, कांग्रेस और सीपीएम के बीच गठबंधन हो सकता है लेकिन फिर टीएमसी की तरफ से सभी सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी थी. इसे पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के लिए बड़े झटके के रूप में देखा गया था. 


घोषणापत्र में क्या होगा?
कांग्रेस का घोषणापत्र में पांच ‘न्याय’ और 25 ‘गारंटी’ की घोषणा पर आधारित होगा. पार्टी के मुताबिक यह दस्तावेज उसके लिए ‘न्याय पत्र’ है जिसे वह ‘घर-घर गारंटी’ के मंत्र के साथ देश के हर मतदाता तक पहुंचाने का प्रयास करेगी. घोषणापत्र में जिन पांच ‘न्याय’ और 25 ‘गारंटी’ का प्रमुख रूप से उल्लेख होगा उनकी घोषणा ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान की गई.



राहुल गांधी ने ‘X’ पर पोस्ट किया-आज कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में हमारे 5 न्याय और 25 गारंटियों समेत पार्टी के घोषणापत्र पर गहन चर्चा हुई. ‘भारत जोड़ो यात्रा’ और ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के माध्यम से हम लगातार गांव-गांव, गली-गली लोगों के बीच गए और ‘देश की आवाज’ सुनी. हमने लोगों के साथ हो रहे अन्याय और उनके जीवन के संघर्षों को करीब से जाना और समझा. इसीलिए हमारा घोषणा पत्र और गारंटी महज़ दस्तावेज नहीं, करोड़ों देशवासियों के साथ हुए संवाद से निकला रोडमैप है, जो रोजगार क्रांति और अधिकारपूर्ण भागीदारी के माध्यम से हर वर्ग का जीवन बदलने जा रहा है.’


यह भी पढ़ें: जब नेहरू ने की थी अंबेडकर के खिलाफ चुनावी सभाएं, 14 हजार से अधिक वोटों से हार गए थे बाबा साहब


यह भी पढ़ें: Lok Sabha Election: अटल ने 1957 में मथुरा से लड़ा चुनाव, अपने ही विरोधी के लिए मांगे वोट... जानें किस्सा


यह भी पढ़ें: Raj Thackeray: कहानी उस मर्डर केस की, जिसने राज ठाकरे के सियासी करियर पर लगाया ब्रेक!


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.