रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के पांचवें और अंतिम चरण में छह जिलों की 16 विधानसभा सीटों के लिए मतदान आज होगा. इसके लिए चुनाव प्रचार बुधवार को समाप्त हो गया. अंतिम दिन संताल परगना में कई दिग्गज राजनीतिज्ञों ने अपने-अपने दल के प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार किया.


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आखिरी चरण में सोरेन परिवार की प्रतिष्ठा दांव पर



ग़ौरतलब है कि दिशोम गुरु कहे जाने वाले शिबू सोरेन के बेटे और जेएमएम प्रमुख हेमंत सोरेन इस बार दो विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ रहें हैं. दूसरी तरफ़ शिबू सोरेन की बड़ी बहु सीता सोरेन भी जामा विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरीं हैं. 


लोकसभा चुनाव में एक सीट बचा पायी JMM के लिए विधानसभा चुनाव में कमबैक करने की बड़ी चुनौती है. लोकसभा में राजमहल सीट पर जेएमएम में जीत दर्ज की थी जबकि JMM के कर्ताधर्ता कहे जानेवाले शिबू सोरेन भी अपनी सीट नहीं बचा पाए थे.


पांच साल पूरे करने वाले रघुवरदास पहले CM



आपको बता दें कि झारखंड के मौजूदा सीएम रघुवर दास पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने झारखंड में पूरे पांच साल सरकार चलायी हो. बावजूद इसके चुनाव में बीजेपी की बागडोर पीएम नरेंद्र मोदी ने संभाल रखी है. लगातार चुनावी सभाओं को संबोधित करने पीएम मोदी अलग अलग चरणों में झारखंड पहुंचे. विकास का नारा देने वाली बीजेपी ने फ़्रंटफ़ुट पर सीएम रघुवर दास को न रखकर पीएम मोदी को ही आगे किया है.


राजमहल,पाकुड़,नाला,जामताड़ा,दुमका,जामा,जरमुंडी,सारठ,पोड़ैयाहाट,गोड्डा ,महागामा ,विस सीट,बोरियो,बरहेट,लिट्टीपाड़ा,महेशपुर और शिकारीपाड़ा विधानसभा सीटों पर मतदान होगा. पांचवें चरण की सात सीटों में से बोरियो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, महेशपुर, शिकारीपाड़ा, दुमका और जामा अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है.


भाजपा ने रखा अबकी बार 65 पार का लक्ष्य



इस बार बड़े अंतर से जीतने का इरादा लेकर उतरी बीजेपी अकेले ही राज्य में मोर्चा संभाले हुए है. सीएम रघुवर दास के हर ट्वीट में 'अबकी बार 65 पार' का इस्तेमाल हुआ है. 15 नवंबर 2000 को बिहार से अलग हुए झारखंड में ये पांचवा विधानसभा चुनाव है. आदिवासी बहुल झारखंड के मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2020 को पूरा हो रहा है. 23 दिसंबर 2019 को चुनाव के नतीजे आएंगे.


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