पटना. राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में मिली चुनावी हार के बाद कांग्रेस को अपने सहयोगी दलों से भी नसीहत सुनने को मिल रही है. पहले तृणमूल के नेता अभिषेक बनर्जी ने कांग्रेस पर आत्ममुग्धता का आरोप लगाया और फिर जेडीयू नेताओं ने इंडिया गठबंधन का नेतृत्व विश्वसनीय चेहरों के हाथ में सौंपने की बात कही है. 


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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रमुख सहयोगियों ने ‘इंडिया’ गठबंधन के नेतृत्व के लिए जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के सुप्रीमो जैसे ‘विश्वसनीय चेहरे’ पर जोर दिया. इस आशय के बयान बिहार के मंत्रियों और जदयू के वरिष्ठ नेताओं-- विजय कुमार चौधरी और अशोक चौधरी की ओर से आए हैं. जेडीयू नेताओं ने ‘इंडिया’ गठबंधन में कांग्रेस को ‘बड़े भाई’ के रूप में स्वीकार किया है लेकिन उसे एक बड़ा दिल ‘दिखाने’ के लिए कहा.


क्या बोले जेडीयू के दिग्गज नेता
विजय कुमार चौधरी ने कहा-अगर तीनों राज्यों में कांग्रेस ने गठबंधन के सभी दलों को साथ ले लिया होता, तो भाजपा हार गई होती. अशोक चौधरी ने भी दोहराया, जो संयोग से पहले कांग्रेस में थे. अशोक चौधरी ने कहा-अगर नीतीश कुमार और ममता बनर्जी जैसे नेताओं को प्रचार के लिए आमंत्रित किया गया होता, तो इससे कांग्रेस की संभावनाएं बढ़ जातीं. हमारी सहयोगी समाजवादी पार्टी को देखें, जिसने मध्य प्रदेश और राजस्थान में इतने सारे उम्मीदवार उतारे थे.


गठबंधन की बैठक में होगा विचार
नेताओं का मानना है कि विधानसभा चुनावों में ‘वह कांग्रेस ही है जिसे सबसे बड़ा झटका लगा है’ और उम्मीद जताई कि बुधवार को दिल्ली में जब ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक होगी तो इसपर विचार किया जाएगा. जदयू के इन दोनों नेताओं से जब यह पूछा गया कि क्या ‘इंडिया’ गठबंधन द्वारा कुमार को अपना चेहरा घोषित किया जाना चाहिए, विजय चौधरी ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि गठबंधन का अस्तित्व नीतीश कुमार के अथक प्रयासों के कारण है.


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