नई दिल्ली: Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पहले चरण की वोटिंग जारी है. 7 चरणों में चुनाव होने हैं. इस बार झारखंड में नक्सल प्रभावित बूढ़ा पहाड़ इलाके में लोग करीब 35 साल बाद EVM का बटन दबाकर देश की सरकार चुनेंगे. 


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20 हजार लोगों की आबादी
बूढ़ा पहाड़ इलाके के एक तरफ झारखंड और दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ है. एक समय पर यह माओवादी नक्सलियों का सबसे गढ़ हुआ करता था. यहां रहने वाले 20 हजार लोग नक्सलियों का हर हुक्म मानने के लिए मजबूर थे. 


ऑपरेशन ऑक्टोपस से हुआ सफाया
सुरक्षा बलों और पुलिस की ओर से चलाए गए 'ऑपरेशन ऑक्टोपस' ने यहां के हालात बदल दिए. करीब 32 साल की मशक्कत के बाद सितंबर 2022 में इस क्षेत्र को नक्सलियों से आजाद करवाया गया. 16 सितंबर, 2022 को नक्सलियों को खदेड़ने के बाद पहली बार एयरफोर्स का MI हेलीकॉप्टर यहां उतारा गया था. तब कहा गया कि इस क्षेत्र को 'नई आजादी' मिल गई है. 


अब भी 40 कंपनियां तैनात
इस इलाके में अब भी सुरक्षाबलों की 40 कंपनियां तैनात की गई हैं. 55 वर्ग किलोमीटर में फैले इस इलाके में बीते डेढ़ साल में लोगों का जीवन काफी बदल गया है. सुरक्षाबलों ने सामुदायिक पाठशाला भी शुरू की हैं. 


इलाके में 27 गांव
यह इलाका दो लोकसभा क्षेत्रों में आता है. पलामू और चतरा लोकसभा सीट में यहां के इलाके आते हैं. पलामू में 13 मई को वोटिंग होगी. चतरा में 20 मई को वोट डाले जाएंगे. बूढ़ा पहाड़ इलाके में करीब 27 गांव हैं, ये 89 टोलों में बंटे हैं. इनकी  कुल आबादी 19 हजार 836 है.


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