रांची. झारखंड में कल पांचवें और अंतिम चरण की वोटिंग सम्पन्न हो गई. प्रदेश की इन सोलह अहम सीटों के लिए हुए मतदान के पहले तक कयास लगाईं जा रही थी कि एक बार फिर प्रदेश में भाजपा-नीत सरकार बनने की संभावना है. किन्तु वोटिंग के समापन के बाद आये एग्जिट पोल ने इस तस्वीर को बिलकुल उलट कर रख दिया है.   


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रघुबर दास की चिंता बढ़ाई एक्ज़िट पोल ने 


प्रदेश के मुख्यमंत्री रघुबर दास के लिए कल आये एग्जिट पोल के नतीजे चिंताजनक हो सकते हैं. मुख्यमंत्री ने चुनाव के पहले और चुनावी अभियान के दौरान भी कई बार ऐलान किया था कि अगली सरकार बीजेपी ही बनाएगी. लेकिन एग्जिट पोल ने उनके आत्मविश्वास पर प्रश्नचिन्ह खड़े कर दिए हैं, ऐसा लगता है.  


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जेएमएम के लिए खुशखबरी 


झारखंड विधानसभा के एक्ज़िट पोल झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन के लिए अच्छी  खबर बन कर आये हैं. इस एग्जिट पोल के मुताबिक़ इस बार प्रदेश में गठबंधन सरकार बनेगी और कांग्रेस तथा आरजेडी की इस सरकार का प्रमुख घटक होगा झारखंड मुक्ति मोर्चा 



हेमंत सोरेन बन सकते हैं मुख्यमंत्री


ज़ाहिर है कि प्रदेश में यदि बीजेपी शिकस्त खाती है तो गठबंधन सरकार ही उसका विकल्प तय करेगी. ऐसी हालत में गठबंधन का नेतृत्व झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के हाथों में ही होगा और मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन एक बार फिर अपने पिता की तरह राज्य के मुख्यमंत्री पद पर आसीत होंगे.  


सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर बीजेपी 


इस बार भी झारखंड विधानसभा के लिए चुने गए विधायकों में सर्वाधिक संख्या बीजेपी विधायकों की होगी, ऐसा संकेत कल आये एग्जिट पोल्स से मिला है. हालांकि पोल्स के अनुसार प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बाद भी बीजेपी सरकार बनाने की स्थिति में नहीं होगी.


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