नई दिल्ली: Puneet Rajkumar first Death anniversary: कन्नड़ फिल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता पुनीत राजकुमार का 29 अक्टूबर 2021 को निधन हो गया था. वह मात्र 46 वर्ष के थे. उनकी कमी हमेशा सभी को खलती रहेगी, लेकिन उनकी यादें हमेशा दिल में रहेंगी. पुनीत राजकुमार दक्षिण भारतीय फिल्मों के सबसे महँगे कलाकारों में से एक थे. एक्टर जरूरतमंदों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते थे.


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1800 छात्रों को दिलाई शिक्षा


एक्टर मैसूर में शक्ति धाम आश्रम में अपनी मां के साथ परोपकारी कार्यों में शामिल थे. उन्होंने 1800 अनाथ बच्चों को भी गोद लिया हुआ था, जिनकी पढ़ाई का खर्च यही उठाते थे.



वे किसी भी खेल, सामाजिक आयोजन के लिए एक पैसा नहीं लेते थे. ये सब सामाजिक कार्य वह अपनी मेहनत द्वारा की गई कमाई से करते थे. उनके जाने के बाद इन 1800 बच्चों की जिम्मेदारी साउथ एक्टर विशाल ने ली है. 


बुजुर्गों की सेवा में हमेशा आगे रहते थे


बच्चों के साथ-साथ एक्टर बुजुर्गों की सेवा में भी सबसे हमेशा आगे रहते थे. बता दें एक्टर  46 अनाथ आश्रम, 26 अनाथालय, 16 वृद्धाश्रम, 19 गौशालाओं का संचालन कर रहे हैं. उनके जाने के बाद उनके इन सभी कामों को परिवार द्वारा संचालित किया जा रहा है.



पुनीत की सबसे बड़ी खासियत यह थी कि वो अपने किए गए नेक कार्यों का कभी प्रचार नहीं करते थे. वो सामाजिक संस्थाओं को दिल खोलकर मदद किया करते थे. जब देश कोरोना महामारी से जूझ रहा था, तब उन्होंने 50 लाख रुपये सहयोग के तौर पर दान किए थे. 


29 अक्टूबर को हुआ था निधन


पुनीत राजकुमार एक भारतीय कन्नड़ अभिनेता, बैकग्राउंड सिंगर , टीवी सेलिब्रिटी और फिल्म निर्माता थे. पुनीत की 29 अक्टूबर 2021 को हार्ट अटैक के करण मृत्यु हो गई. पुनीत राजकुमार ने आम बोलचाल की भाषा में अप्पू के नाम से ज्यादातर  कन्नड़ सिनेमा में काम किया है.



उन्होंने रामू में अपनी भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था. वहीं  चालिसुवा मोदागालु और येराडु नक्षत्रगलु के लिए सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का कर्नाटक राज्य पुरस्कार भी जीता था.


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