जब संसद में भारत रत्न Satyajit Ray की फिल्मों पर उठे थे सवाल, इंदिरा गांधी का ठुकराया था ऑफर
Satyajit Ray Birth Anniversary: फिल्ममेकर सत्यजीत रे को पद्मश्री से लेकर भारत रत्न और ऑस्कर अवॉर्ड तक से नवाजा जा चुका है. उन्होंने भारतीय सिनेमा को एक नया आयाम दिया है.
नई दिल्ली:Satyajit Ray Birth Anniversary: भारतीय सिनेमा के सबसे महान डायरेक्टर सत्यजीत रे की आज 103वीं जयंती है. उनके जैसा कभी दूसरा को निर्देशक नहीं हुआ है. उन्होंने अपने जीवनकाल में कुल 36 फिल्में बनाईं, जिनके लिए 32 नेशनल अवॉर्ड जीते. उनकी हर फिल्म दुनियाभर में पसंद की गई. ऐसा कोई अवॉर्ड नहीं, जो सत्यजीत रे को ना मिला हो. वह अपने उसूलों के बहुत पक्के थे.
इंदिरा गांधी का ठुकराया ऑफर
सत्यजीत रे अपने उसूलों के बहुत पक्के थे. वह समाजिक मुद्दों पर फिल्में बनाया करते थे. उन्होंने कभी अपने फायदे के लिए अपने काम का सहारा नहीं लिया. यहां तक की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी तक के लिए अपने उसूलों को नहीं तोड़ा. फिल्मों में वास्तविकता दिखाने का रे का जुनून प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को बहुत पसंद था. उन्होंने रे से अपने पिता पं. जवाहरलाल नेहरू पर एक डॉक्यूमेंट्री बनाने को कहा थो. लेकिन रे ने तीखी सा जवाब देकर कहा था कि मैं पॉलिटिकल फिल्में नहीं बनाता हूं.
नरगिस दत्त ने संसद में लगाए आरोप
नरगिस दत्त ने संसद में हो रही एक बहस के दौरान सत्यजीत रे की फिल्मों को देश की छबि खराब करने वाला बताया था. एक्ट्रेस ने कहा था कि रे की फिल्में दुनिया में भारत की इमेज खराब कर रही हैं. रे की फिल्मों में सिर्फ गरीबी दिखाई जाती गै. इस पर इंदिरा गांधी ने उन्हें अपने बयान को वापस लेने तक के लिए कह दिया था.
किशोर कुमार ने दी थी पहली सैलरी
पाथेर पांचाली की मेकिंग के लिए रे काफी एक्साइटेड थे. लेकिन पैसे की उनके पास काफी कमी थी. रे ने किशोर कुमार से पैसे उधार लिए थे. किशोर कुमार ने उन्हें पांच हजार रुपए दिए थे. जब बाद में सत्यजीर रे उन्हें वो पांच हजार रुपए वापस करने उनके घर पहुंचे, तो उन्होंने पैसे लेने से इनकार कर दिया. क्योंकि वह इस फिल्म से जुड़े रहना चाहते थे.
ये भी पढ़ें- Anushka Sharma Birthday: जर्नलिस्ट बनना चाहती थीं अनुष्का शर्मा, फिर ऐसे एक्ट्रेस की शाहरुख खान संग बनी जोड़ी
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने केलिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप