नई दिल्ली: जब भारत में फिल्मों की बात आती है तो साउथ की इंडस्ट्री ने एक के बाद एक बेमिसाल फिल्में दर्शकों को दी. ऐसे में तेलुगू इंटस्ट्री (Telugu Film Industry) ने अचानक से फिल्मों की शूटिंग को रोकने का फैसला ले लिया है. उनके इस फैसले से फैंस बहुत आहत हैं. निर्माताओं ने ये फैसला फिल्मों और फिल्म इंडस्ट्री (Film Industry) को हुए नुकसान को लेकर किया है. फिल्मों के हिट जाने के बाद भी नुकसान? आइए जानते हैं उनकी ऐसा करने के पीछे की मजबूरी.


तेलुगू फिल्मों को हो रहा घाटा


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तेलुगू फिल्म निर्माताओं ने 1 अगस्त फिल्म की शूटिंग न करने का फैसला लिया है. ऐसा फिल्म इंडस्ट्री के पुनर्गठन के लिए किया जा रहा है. अब फिल्मे बनाना बहुत महंगा हो गया है. ऐसे में 2020 से लेकर 2021 में कोरोना की वजह से सिनेमा हॉल से आने वाली कमाई बहुत कम हो गई. इस नुकसान की भरपाई के लिए ये फैसला लिया गया है.


प्रेस नोट किया गया जारी


कई फिल्म निर्माता हैदराबाद में दो दिनों से दहन मीटिंग कर रहे हैं. प्रेस नोट जारी भी किया गया है,  "महामारी के बाद रेवेन्यू मॉडल बदल गया है, साथ ही चीजों का दाम भी बढ़ा है. ऐसे में हमारी जिम्मेदारी बन जाती है कि हम फिल्म इंडस्ट्री को मजबूत बनाएं. साथ ही फिल्में रिलीज करने के लिए एक हेल्दी एन्वायरमेंट बनाएं. गिल्ड के सभी सदस्यों ने 1 अगस्त 2022 से शूटिंग न करने का फैसला लिया है. ये तब तक जारी रहेगा जब तक हम कोई समाधान नहीं ढूंढा लेते.



10 सप्ताह तक OTT पर लगी रोक


तेलुगू फिल्म निर्माताओं ने साथ ही ये भी फैसला लिया कि सिनेमाघरों में फिल्म रिलीज होने के दस सप्ताह बाद ही कोई फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज की जाएगी. दरअसल महामारी की वजह से कई फिल्मों की शूटिंग रुक गई. जिससे फिल्म मेकर्स को करोड़ों का नुकसान हुआ. तेलुगू फिल्म निर्माता उद्योग के अध्यक्ष सी कल्याण ने बताया कि 2020 से 2021 के दौरान फिल्म इंडस्ट्री को लगभग 2000 करोड़ का नुकसान हुआ है इसकी भरपाई में समय लग सकता है.



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