नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह लगभग छह महीने बाद तिहाड़ जेल से बाहर आए. जेल से बाहर आने के बाद संजय सिंह ने कहा कि यह संघर्ष का समय है. जेल में बंद हमारे नेता भी जल्द बाहर आएंगे.उन्होंने कहा कि कहा कि जश्न का नहीं बल्कि संघर्ष का समय है.


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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,  जेल के बाहर संजय सिंह को लेने के लिए उनकी बेटी और उनकी मां भी पहुंचीं. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को उनकी रिहाई का आदेश दिया था.आबकारी घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सांसद संजय सिंह को अदालत ने दो लाख रुपये के जमानत बॉन्ड और इतनी ही राशि की जमानत राशि पर जमानत दे दी. संजय सिंह को ईडी ने चार अक्टूबर को गिरफ्तार किया था. जमानत का ईडी ने विरोध नहीं किया. 


सुप्रीम कोर्ट ने रखी ये शर्तें
सांसद संजय सिंह को अपना पासपोर्ट सरेंडर करना होगा. जांच अधिकारी को अपना मोबाइल नंबर उपलब्ध कराएंगे, जांच में सहयोग करेंगे. वह राजनीतिक कार्यक्रमों में शामिल हो सकेंगे, लेकिन शराब घोटाला मामले में अपनी भूमिका के संबंध में कोई टिप्पणी नहीं करेंगे. अगर वह एनसीआर छोड़ते है तो वह अपनी यात्रा के कार्यक्रम आईओ के साथ साझा करेंगे. वह अपनी लोकेशन शेयरिंग भी ऑन रखेगें और जांच अधिकारी के साथ साझा करेंगे. सुबूतों के साथ छेड़छाड़ नहीं करेंगे.


बता दें कि इसी मामले में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल भी जेल में हैं. संजय सिंह ने भरोसा जताया है कि जल्द ही उन्हें भी जेल से बाहर किया जा सकता है. आप लगातार केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध कर रही है औऱ इसे राजनीति से प्रेरित बता रही है.


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