नई दिल्ली: पाकिस्तान की लापरवाही से भारत में बड़ा हुआ टिड्डी दल का खतरा बना हुआ है. भारत में टिड्डियों के बढ़ते खतरे पर कृषि मंत्रालय का बड़ा बयान आया है. भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर बड़ी तादाद में अवयस्क टिड्डी अब भी मौजूद हैं. भारत में घुसकर टिड्टी दल फसलें चट कर रहा है.


टिड्डियों के बढ़ते खतरे पर कृषि मंत्रालय का बयान


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टिड्डियों के खतरे को देखते हुए पंजाब, हरियाणा के लिए भी अलर्ट जारी हुआ है. कृषि मंत्रालय का कहना है कि पाकिस्तान टिड्डी दल पर नियंत्रण नहीं रख पाया और अब भारत में घुसकर फसलें चट कर रहा है. टिड्डी दल पूरी धरती के 1/5 भाग को कवर कर सकते हैं और विश्व की 1/10 जनसंख्या की रोजी-रोटी छीन सकते हैं.


टिड्डी विश्व के 60 देश में कहर बरपाते है. टिड्डी दल गल्फ देशों अफ्रीका से होते हुए भारत आते है. भारत में मॉनसून के पहले टिड्डी अपनी ब्रीडिंग करने आते हैं. भारत के बाद टिड्डी गल्फ ईरान तरफ लौटते हैं.


ड्रोन से भी छिड़की जाएगी दवाई


अभी भारत पाकिस्तान के बॉर्डर पास बड़ी संख्या में अवयस्क टिड्डी मौजूद हैं जो भारत में और कहर बरपाएंगे. फायर बिग्रेड, में दवाई डालकर छिड़का जा रहा है, ड्रोन से भी दवाई छिड़की जाएगी.


भारत में बड़ा हुआ टिड्डी दल का खतरा


राजस्थान, गुजरात, पंजाब,हरियाणा मध्य प्रदेश में प्रकोप है टिड्डी का, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में पहुंचा है. अजमेर चित्तौड़गढ़ दौसा मंदसौर उज्जैन शिवपुरी झांसी में टिड्डी दल कंट्रोल कैंप बना हुआ है.


राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में लाखों हेक्टेयर फसल और पेड़ पौधों को नुकसान पहुंचाने के बाद अब टिड्डियों का ये दल उत्तर प्रदेश में भी घुसपैठ को तैयार है. 


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पाकिस्तान से आई इन घुसपैठिये टिड्डियों ने कोहराम मचा दिया है. टिड्डियां सीधे तौर पर इंसान को तो नुकसान नहीं पहुंचाती और ना ही टिड्डियां उन पर हमला करती हैं. लेकिन इस छोटे से उड़ने वाले दुश्मन से किसान बेबस हो जाता है और उस पर दोहरी मार पड़ती है. यानी आप खुद समझ सकते हैं कि ये टिड्डियां किसानों के लिए कितनी बड़ी चुनौती बन गई हैं.


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