नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने प्रयागराज पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद के बहनोई अखलाक अहमद को मेरठ से गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार, 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह रहे उमेश पाल के शूटरों की फंडिंग में अखलाक अहमद की अहम भूमिका थी.


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अखलाक अहमद से कई बार पूछताछ कर चुकी है पुलिस
पुलिस इससे पहले उमेश पाल हत्याकांड में अखलाक अहमद से कई बार पूछताछ कर चुकी है. गृह विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि उसे अब मेरठ से गिरफ्तार किया गया है. उमेश पाल की 24 फरवरी को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.


अतीक अहमद 2005 में हुई बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले का मुख्य आरोपी है. उस पर राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या का भी आरोप है. एमपी-एमएलए कोर्ट ने माफिया से नेता बने अतीक अहमद और दो अन्य को 2006 के उमेश पाल अपहरण मामले में दोषी ठहराया है और उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई है.


अतीक अहमद के खिलाफ दर्ज हैं 100 से अधिक मामले
यह अतीक अहमद की पहली सजा थी. सपा के पूर्व सांसद के खिलाफ 100 से अधिक मामले दर्ज हैं. अखलाक अहमद साबरमती जेल से माफिया के साथ प्रयागराज गई अतीक अहमद की बहन शाइस्ता नूरी का पति है. जब अतीक के छोटे भाई अशरफ को प्रयागराज लाने की प्रक्रिया शुरू हुई, तो वह बरेली जेल में भी मौजूद थी.


अशरफ और छह अन्य को 2006 के उमेश पाल अपहरण मामले में बरी कर दिया गया है. दिलचस्प बात यह है कि जब शाइस्ता नूरी अपने भाई की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बरेली जेल पहुंचीं, तो प्रयागराज पुलिस ने उनके पति अखलाक अहमद को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया. उमेश पाल के शूटरों को फंडिंग करने के मामले में अखलाक अहमद पुलिस के रडार पर था.


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