नई दिल्लीः बिहार के नवनियुक्त उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने प्रवर्तन निदेशालय (ED), सीबीआई और आयकर विभाग को अपने आवास के अंदर कार्यालय खोलने और जो कुछ भी चाहते हैं, उसकी जांच करने के लिए आमंत्रित किया. तेजस्वी यादव ने कहा, 'हमें इससे कोई आपत्ति नहीं है.'


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जांच से कोई आपत्ति नहींः तेजस्वी
तेजस्वी ने कहा, "हम चाहते हैं कि ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स के लोग मेरे घर के अंदर कार्यालय खोलें. फिर भी, अगर उन्हें शांति नहीं मिली तो मैं क्या कर सकता हूं. वे हमारे खिलाफ जो भी जांच करना चाहते हैं, उससे हमें कोई आपत्ति नहीं है."


'मेरे खिलाफ को सबूत नहीं है'
तेजस्वी ने कहा, "जद-यू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने ठीक ही कहा कि हमारे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है और हम केंद्रीय एजेंसियों से डरते नहीं हैं. उन्होंने मुझे बहुत पहले चार्जशीट किया है. उनके पास मेरे खिलाफ सबूत नहीं है. मामला (आईआरसीटीसी घोटाला) ऐसे समय में हुआ जब मेरी दाढ़ी और मूंछ नहीं थी." बता दें कि डिप्टी सीएम तेजस्वी आईआरसीटीसी घोटाले में चार्जशीटेड हैं.


तेजस्वी ने कहा, "बिहार के उपमुख्यमंत्री के रूप में 18 महीने के कार्यकाल के दौरान मुझ पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा. हमारे पास राजद कोटे के तहत 18 मंत्री हैं और उनमें से कोई भी किसी भी तरह के भ्रष्टाचार के मामले में शामिल नहीं था."


'बिहार में हर हाथ में देंगे नौकरी'
तेजस्वी ने कहा, "बिहार में नई सरकार बनने के बाद, न केवल शहरों में बल्कि गांवों, पंचायतों और प्रखंडों में आम लोगों के चेहरे पर मुस्कान आई है. हम 'दवाई, सिंचाई पढ़ाई, कमाई, सुनवाई और करवाई' के मकसद से सरकार बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. एक बार जब सरकार बिहार विधानसभा में विश्वास मत पारित कर लेगी, तो हम बिहार में हर हाथ को नौकरी देंगे."


बिहार के उपमुख्यमंत्री बनने के बाद तेजस्वी यादव अपने पिता लालू प्रसाद का आशीर्वाद लेने दिल्ली गए हैं.


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