जयंती विशेषः सीडीएस जनरल बिपिन रावत से जुड़े हर सवाल का जवाब जानिए यहां
देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत की आज जयंती है. मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित बिपिन रावत की पिछले साल 8 दिसंबर को हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई थी. देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले जनरल बिपिन रावत की जिंदगी से जुड़े हर महत्वपूर्ण सवाल का जवाब जानिएः
नई दिल्लीः देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत की आज जयंती है. मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित बिपिन रावत की पिछले साल 8 दिसंबर को हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई थी. देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले जनरल बिपिन रावत की जिंदगी से जुड़े हर महत्वपूर्ण सवाल का जवाब जानिएः
जनरल बिपिन रावत कौन थे?
जनरल बिपिन रावत देश के पहले रक्षा प्रमुख या चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ थे. उन्होंने 1 जनवरी 2020 को रक्षा प्रमुख का पद संभाला था. इससे पहले वह भारतीय थल सेनाध्यक्ष के पद पर 31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक रहे थे.
बिपिन रावत का जन्म कब और कहां हुआ था?
बिपिन रावत का पूरा नाम बिपिन लक्ष्मण सिंह रावत था. उनका जन्म 16 मार्च 1958 को उत्तर प्रदेश के गढ़वाल जिले के पौड़ी (वर्तमान में उत्तराखंड का पौड़ी गढ़वाल जिला) में हुआ था. बिपिन रावत का परिवार कई पीढ़ियों से भारतीय सेना में सेवा दे रहा था. उनके पिता लक्ष्मण सिंह राजपूत पौड़ी गढ़वाल जिले के सैंजी गांव से थे और लेफ्टिनेंट जनरल के पद से रिटायर हुए थे. उनकी मां उत्तरकाशी जिले से थीं और उत्तरकाशी विधानसभा से विधायक रह चुके किशन सिंह परमार की पुत्री थीं. बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत थीं. उनकी दो बेटियां हैं.
बिपिन रावत की शिक्षा कहां हुई?
जनरल रावत की शुरुआती शिक्षा देहरादून के कैंबरीन हॉल स्कूल और शिमला के सेंट एडवर्ड स्कूल में हुई. इसके बाद उन्होंने खडकवासला स्थित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में दाखिला लिया. फिर भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून से फर्स्ट क्लास स्नातक की उपाधि प्राप्त की.
उन्होंने डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन से भी ग्रेजुएशन की. उन्होंने फोर्ट लेवेनवर्थ, कन्सा, स्थित यूनाइटेड स्टेट्स आर्मी कमांड एंड जनरल स्टाफ कॉलेज से 1997 में उपाधि ग्रहण की थी. बाद में उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से रक्षा अध्ययन विषय में एम.फ़िल. की उपाधि और प्रबंधन एवं कंप्यूटर अध्ययन में डिप्लोमा लिया. वर्ष 2011 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से इन्हें सैन्य मीडिया अध्ययन के क्षेत्र में शोध के लिए पीएचडी की मानद उपाधि दी गई थी.
बिपिन रावत ने सेना में क्या-क्या सेवाएं दीं?
बिपिन रावत ने 11वीं गोरखा राइफल की 5वीं बटालियन से 1978 में अपना करियर शुरू किया था. उन्होंने जनवरी 1979 में सेना में मिजोरम में पहली पोस्टिंग पाई. नेफा इलाके में तैनाती के दौरान उन्होंने बटालियन की अगुवाई की.
कांगो में यूनाइटेड नेशंस की पीसकीपिंग फोर्स की भी अगुवाई की थी. 1 सितंबर 2016 को सेना के उप-प्रमुख का पद संभाला. 31 दिसंबर 2016 को सेना प्रमुख बने. 1 जनवरी 2021 को सीडीएस के पद पर आसीन हुए.
बिपिन रावत की मृत्यु कब और कैसे हुई?
पिछले साल 8 दिसंबर को बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और उनके निजी स्टाफ के अन्य सदस्यों समेत कुल 10 यात्री और चालक दल के 4 सदस्य भारतीय वायुसेना के एमआई-17 हेलिकॉप्टर पर सवार थे, जो सुलुरु वायुसेना हवाई अड्डे से वेलिंगटन स्थित रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज जा रहा था.
दोपहर 12:10 बजे के आसपास, नीलगिरि जिले के कुन्नूर तालुके में हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया. इसमें ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को छोड़कर सभी की मौके पर ही मौत हो गई. बाद में वरुण सिंह की भी इलाज के दौरान मौत हो गई थी.
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