नई दिल्ली. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पार्टी सांसद राहुल गांधी शनिवार को न्याय यात्रा के क्रम में वाराणसी में थे. राहुल विश्वनाथ मंदिर दर्शन करने भी गए. अब कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मंदिर प्रशासन ने उन्हें कैमरा नहीं ले जाने दिया. इस बात को वाराणसी प्रशासन ने सिरे से खारिज कर दिया है. कांग्रेस के आरोपों को मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने निराधार बताते हुए उनके दावों की पोल खोल दी.


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'कोई परमिशन नहीं मांगी गई'
एक समाचार एजेंसी से बातचीत में मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस की तरफ से कैमरे की कोई परमिशन मांगी नहीं गई थी और न कोई परमिशन निरस्त की गई है. राहुल गांधी के मंदिर में दर्शन करने की जानकारी दी गई थी लेकिन, कैमरे के लिए कोई परमिशन नहीं मांगी गई. मंदिर प्रशासन की तरफ से हमारा एक कैमरामैन होता है जो कि फोटो जारी करते हैं.


'हम रिकॉर्ड में रखते हैं फोटो'
उन्होंने यह भी कहा कि जब विशिष्ट लोग आते हैं तो हमारा प्रयास होता है और वो रिकॉर्ड के लिए हम अपने पास रखते हैं. जितनी फोटो थी, वो उपलब्ध करवा दी गई हैं. राहुल गांधी के दर्शन के दौरान हंगामा हुआ था और फोटो खिंचने वाला माहौल ही नहीं था.


अजय राय ने साधा निशाना
बता दें कि यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी का कोई भी नेता मंदिर आता है तो मंदिर प्रशासन उनको कैमरा अंदर ले जाने की अनुमति देता है. सारी फोटो देते हैं. राहुल गांधी को कैमरा के साथ मंदिर आने की परमिशन नहीं दी गई और मंदिर प्रशासन की तरफ से कोई फोटो जारी नहीं की गई.