भोपाल: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति को अपमानजनक तरीके से हटाया गया. इस पर विवाद बढ़ता जा रहा है और शिवसेना की चुप्पी लगातार सवाल खड़े कर रही है. महाराष्ट्र में कांग्रेस की मदद से सरकार चला रहे उद्धव ठाकरे की ओर से मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार द्वारा किये गये इस निंदनीय काम पर एक भी शब्द नहीं बोला गया है. मूर्ति हटाए जाने के खिलाफ भाजपा के लोगों ने हाइवे को जाम कर दिया तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से भी अब राज्य की कमलनाथ सरकार पर हमला बोला जा रहा है.


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शिवाजी महाराज राष्ट्र के गौरव हैं- शिवराज सिंह चौहान



 


मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार को कड़े शब्दों में आगाह करते हुए कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज राष्ट्र का गौरव हैं और हमारे आराध्य हैं व देश की प्रेरणा के स्रोत हैं. शिवाजी महाराज का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मूर्ति से अगर आपत्ति थी तो शिवाजी की प्रतिमा को सम्मानजनक तरीके से भी हटाया जा सकता था लेकिन यह सरकार तो महापुरुषों का अपमान करने में गर्व का अनुभव करती है. 


महापुरुषों का अपमान करना कांग्रेस की आदत



जो कांग्रेस दिन रात नेहरू और गांधी परिवार की आराधना करती रहती है और उनकी वैधानिक आलोचना तक सहन नहीं कर पाती वो कांग्रेस अक्सर महापुरुषों का अपमान करती है. वीर सावरकर पर तो राहुल गांधी कई बार अभद्र बयान दे चुके हैं. इससे पहले कमलनाथ सरकार के दौरान ही महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की मूर्ति के साथ छेड़छाड़ हुई थी.


भाजपा कर रही है विरोध


प्रतिमा स्थापना में जब नगर पालिका की ओर से देरी हुई तो कुछ हिंदूवादी संगठनों ने जबरन मूर्ति को स्थापित करवा दिया. हालांकि, प्रशासन ने तुरंत उसे हटवाया. अब लोगों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से शिवाजी की मूर्ति को अपमानजनक तरीके से हटाया गया है. बीजेपी नेता मेजर सुरेंद्र पूनिया ने ट्वीट में पूछा है कि क्या कमलनाथ सरकार राजीव गांधी, इंदिरा गांधी की मूर्ति के साथ भी ऐसा ही करेगी? बता दें कि छिंदवाड़ा के मोहगांव तिराहे से छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को जेसीबी मशीन से हटा दिया गया. इसी के बाद तनाव शुरू हो गया.


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