दिल्ली: ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा का दामन थामने के बाद राहुल गांधी की ओर से पहले टिप्पणी आई है. उन्होंने निराश शब्दों में कहा कि सिंधिया के लिये मेरे दरवाजे हर समय दिन और रात खुले थे. बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की ओर से कहा गया था कि वे कई दिनों से सोनिया गांधी से मिलना चाहते थे लेकिन उन्होंने मिलने का समय नहीं दिया. इस बयान पर राहुल ने बेहद निराशा भरे शब्दों में कहा कि वे जब चाहते तब मुझसे मिलने के लिये आ सकते थे. 


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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि ज्योतिरादित्य ही केवल ऐसे नेता थे जो कभी भी मेरे घर आ सकते थे. वे मेरे साथ कॉलेज में भी रहे हैं. कांग्रेस में ज्योतिरादित्य सिंधिया की गितनी राहुल गांधी के सबसे करीबी नेताओं में होती थी. प्रियंका गांधी से भी ज्योतिरादित्य सिंधिया के अच्छे रिश्ते रहे हैं. 


अब पछता रही है कांग्रेस 



 


कांग्रेस के नेताओं के चेहरों से लगता है कि कांग्रेस सिंधिया के जाने से बेहद निराश है. राहुल गांधी की बातों से भी यही दर्द झलक रहा था. सिंधिया जैसे युवा नेता का जाने से कांग्रेस की मध्य प्रदेश की सरकार जाना तय है क्योंकि 22 सिंधिया समर्थक विधायक इस्तीफा दे चुके हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस में जो आज स्थिति पैदा हुई है, वहां जनसेवा के लक्ष्य की पूर्ति उस संगठन के माध्यम से नहीं हो पा रही है. इसके अतिरिक्त वर्तमान में जो स्थिति कांग्रेस पार्टी में है, वो अब पहले वाली पार्टी नहीं रही है. 


आज भाजपा के हो गये सिंधिया


ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज कांग्रेस का हाथ झटक दिया और भाजपा का 'कमल' थाम लिया. उन्होंने भाजपा में शामिल होकर मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार बनने का रास्ता भी साफ कर दिया. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सिंधिया का भाजपा में पूरे जोश और उत्साह के साथ स्वागत किया. भाजपा मुख्यालय में सिंधिया ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की. 



शिवराज बोले- ज्योतिरादित्य उर्जावान नेता


भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राजमाता विजय राजे सिंधिया का मार्गदर्शन हमें सदा मिलता रहा. आज उनके पोते  ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हुए हैं. वे युवा उर्जावान नेता हैं. वे ऐसी परंपरा से आते हैं कि जिसने राजनीति को जनता की सेवा का माध्यम माना है. सिंधिया के भाजपा में आने से भाजपा पूरे देश में और अधिक मजबूत होगी. 



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