नई दिल्ली: कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर का पाकिस्तान प्रेम एक बार फिर से सुर्खियों में है. कल मणिशंकर अय्यर दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के बीच पहुंचे थे. जहां उन्होंने प्रदर्शनकारियों को अपने बयान से केंद्र सरकार के खिलाफ उकसाने की कोशिश की. लेकिन आज अय्यर का 1 दिन पहले पाकिस्तान की सरजमीं पर दिया गया बयान भी विवादों में आ गया है.


पाकिस्तान में कांग्रेस का 'मुखौटा' हैं मणिशंकर


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भारत के खिलाफ और पाकिस्तान के समर्थन में अक्सर बयान दे चुके मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान जाकर फिर भारत के लिए अपमानजनक और विवादित भाषा का इस्तेमाल किया. लाहौर में अय्यर ने विवादित भाषा का इस्तेमाल करते हुए किया उन्हें देश के माहौल को देखकर काफी निराशा होती है. ऐसा नहीं लगता कि ये वही देश है जहां 6 साल की उम्र में उन्हें खुद को आजाद भारत का नागरिक कहलाने का मौका मिला था. अय्यर ने पाकिस्तान को क्लीन चिट देते हुए उसे भारत के लिए किसी भी तरह की समस्या मानने से भी इनकार कर दिया. इतना ही नहीं अय्यर ने या भी कहा कि अगर पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सेना अगर कोई कार्रवाई करती है. तो वो बड़ी बेवकूफी होगी.


पाकिस्तान का एजेंडा दिल्ली में लागू कर रही कांग्रेस?


मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान को खुश करने के लिए उसी भाषा का इस्तेमाल किया जिसके सहारे पाकिस्तान अक्सर भारत पर हमला करता रहा है. भारत भले ही PoK को अपना मानता हो और उसको पाकिस्तान से वापस लेने की बात करता हो. लेकिन मणिशंकर साहब का मानना है कि PoK पर हमला करना देश के लिए मूर्खतापूर्ण होगा.


'नागरिकता' के खिलाफ, कांग्रेस लाहौर टू शाहीन बाग!


लाहौर से हिंदुस्तान पहुंचने के बाद मणिशंकर दिल्ली के शाहीन बाग पहुंचे और वहां उन्होंने पाकिस्तानी एजेंडे के तहत पीएम मोदी के खिलाफ विवादित बयान दे दिया. बीजेपी ने मणिशंकर अय्यर के बयान को पाकिस्तान से प्रेरित बताया है.


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मणिशंकर पहले भी पीएम मोदी के लिए नीच और चायवाला जैसे आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करते रहे हैं. इसके अलावा कई मुद्दों पर उनका बयान पाकिस्तान की विचारधारा से भी मेल खाता है ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या कांग्रेस को मणिशंकर अय्यर मंजूर हैं या फिर वो कांग्रेस आलाकमान के आदेश पर ही विवादित बयान देते हैं.


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