15 अगस्त से पहले माहौल बिगाड़ने की साजिश! बेंगलुरु दंगों का `कांग्रेस कनेक्शन`?
बेंगलुरु हिंसा में कांग्रेस की पार्षद का पति कलीम पाशा गिरफ्तार हुआ है. सांप्रदायिक हिंसा के बाद अब तक 206 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. वहीं कर्नाटक के चिकमंगलूर में शंकराचार्य की मूर्ति पर कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन का झंडा फेंक कर दंगा भड़काने की कोशिश हुई. जिसके बाद FIR दर्ज करके दोषियों पर कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं.
नई दिल्ली: बार-बार देश में माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है. आखिर कौन है जो धर्म की आड़ में छिपकर देश का सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ रहा है.
चिकमंगलूर में शंकराचार्य की मूर्ति का अपमान
चिकमंगलूर के श्रृंगेरी में शंकराचार्य की मूर्ति पर आपत्तिजनक झंडा फेंका गया. इस्लामिक संगठन PFI के राजनीतिक संगठन SDPI का झंडा फेंका गया. लोगों ने मामले का विरोध प्रदर्शन शुरू किया और पुलिस ने झंडे को हटाकर तत्काल एफआईआर दर्ज की. जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए. वहीं बेंगलुरु हिंसा में कांग्रेस पार्षद के पति कलीम पाशा गिरफ्तार किया गया है.
कर्नाटक में साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश
कर्नाटक में 15 अगस्त के पहले माहौल बिगाड़ने की साजिश रची जा रही है इसके सबूत सामने हैं. यानी केवल 2 दिनों में कर्नाटक में 2 जगहों पर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई. 11 अगस्त 2020 को साजिश के तहत बेंगलुरु में हिंसा हुई और दो दिन बाद ही यानी 13 अगस्त को चिकमंगलूर में सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की गई.
खबर और उसका मतलब समझिए
खबर ये है कि चिकमंगलूर में शंकराचार्य की मूर्ति पर आपत्तिजनक झंडा फेंका, इसका मतलब ये है कि जानबूझकर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश हुई
खबर ये है कि बेंगलुरु मामले में कांग्रेस पार्षद के पति गिरफ्तार, इसका मतलब ये है कि FIR से खुलासा हुआ कि हिंसा की बड़ी साजिश रची गई थी
खबर ये है कि 'बिकरू गांव' की तरह बेंगलुरु में पुलिस की हत्या की योजना थी- सूत्र, इसका मतलब ये है कि जानबूझकर फेसबुक पोस्ट के नाम पर पूरी हिंसा की गई
खबर ये है कि दिल्ली-बेंगलुरु हिंसा, चिकमंगलूर मामले में PFI के होने का शक, इसका मतलब ये है कि दिल्ली-बेंगलुरु हिसा का मास्टरमाइंड एक ही संगठन और पार्टी है
कौन है बेंगलुरु हिंसा का मास्टरमाइंड?
अब बेंगलुरु हिंसा को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. जिसके तहत कांग्रेस पार्षद का पति कलीम पाशा गिरफ्तार हुआ है. आरोपी कलीम पाशा का कांग्रेस और SDPI से संबंध हैं. पाशा की पत्नी डीजे हल्ली इलाके से कांग्रेस की पार्षद है. बेंगलुरु के डीजे हल्ली हिंसा मामले में 60 और लोग गिरफ्तार हुए हैं. जबकि बेंगलुरू हिंसा में अब तक कुल 206 लोग गिरफ्तार किए गए हैं.
सवाल नंबर 1- बेंगलुरु के बाद चिकमंगलूर में कौन फैलाना चाहता है हिंसा?
सवाल नंबर 2- क्या दिल्ली-बेंगलुरु हिंसा और चिकमंगलूर का मास्टरमाइंड एक?
सवाल नंबर 3- किसने रची थी कर्नाटक में 'बिकरू गांव' वाली साजिश?
सवाल नंबर 4- क्या 15 अगस्त से पहले देश में माहौल बिगाड़ने की साजिश?
सवाल नंबर 5- बेंगलुरु दंगे के पीछे PFI और कांग्रेस का 'हाथ'?
बेंगलुरु हिंसा में दंगाईयों की एक और करतूत सामने आ गई, जिसके बाद ये सवाल उठने लाज़मी हैं, तो वहीं कांग्रेस पार्षद का पति कलीम पाशा गिरफ्तार किया गया है. जिसके बाद दंगों में कांग्रेस का सच सामने आ गया है.
इसे भी पढ़ें: सीएम योगी का 'ऑपरेशन क्लीन': इनामी बदमाश को मुठभेड़ के बाद जिंदा पकड़ा
इसे भी पढ़ें: नदियों के हक में POK में आवाज बुलंद, कहा, चीन-पाक प्रकृति को नहीं लूट सकते