मुंबई: केन्द्र सरकार के दोनों सदनों से पारित सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट(CAA) के खिलाफ राज्य भर में होने वाली संभावित प्रदर्शन को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. सूत्रों के मुताबिक राज्य के गृह मंत्रालय को जानकारी मिली है कि प्रदर्शन की आड़ में असामाजिक तत्व हिंसा फैला सकते हैं.
 
छात्रों के गुटों के बीच घुसने की योजना
ऐसी खबरें है कि प्रदर्शन की आड़ में दंगाई सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की योजना बना रहे हैं. सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही है कि असामाजिक तत्व और मजहबी कट्टरपंथी छात्रों के गुटों के बीच घुसपैठ बनाकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों के बीच शामिल हो सकते हैं. ये असामाजिक तत्व प्रदर्शन की आड़ में हिंसा फैलाएंगे और तोड़ फोड़ की कार्रवाई करने की तैयारी में हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

असामाजिक तत्वों ने ऐसी योजना इसलिए बनाई है क्योंकि अगर पुलिस छात्रों के प्रदर्शन पर कार्रवाई करने से परहेज करेगी. जिसका फायदा उठाकर मजहबी कट्टरपंथी हिंसा भड़काने में सफल हो जाएंगे. 


ये भी पढ़ें- दिल्ली में हिंसा फैलाने के चार प्रमुख कारण


पुलिस के पास है ये रास्ता 
गृह मंत्रालय से अलर्ट पाने के बाद राज्य पुलिस भी अलर्ट हो गई है. पुलिस को छात्रों के बीच सिविल ड्रेस में रहकर निगरानी करने का निर्देश दिया गया है. चेतावनी जारी होने के बाद मुंबई पुलिस ने सभी पुलिस स्टेशनों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है. 


गृह मंत्रालय ने पुलिस को व्हाट्सएप्प मैसेज मैसेंजर एप्लिकेशन और सोशल मीडिया पर भी नजर बनाए रखने का निर्देश दिया गया है. 


ये भी पढ़ें- जामिया पर हर झूठ बेनकाब


मुंबई के छात्र हो रहे हैं उग्र 
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS) में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. छात्रों ने सोमवार को क्लास और फील्ड वर्क का बहिष्कार किया था. यहां के छात्र जामिया मिलिया इस्लामिया, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और नॉर्थ ईस्ट की कुछ यूनिवर्सिटी के छात्रों पर पुलिस ने कार्रवाई का विरोध करने के नाम पर इकट्ठा हुए थे. 


TISS के छात्रों ने कक्षा का बहिष्कार करते हुए मार्च निकालने का ऐलान कर दिया था. लेकिन बाद में पुलिस के समझाए जाने के बाद दूसरे रास्ते से आंबेडकर गार्डन तक मार्च निकालने पर सहमत हुए. 


मुंबई में पहले भी भड़क चुकी है हिंसा
साल 2012 में मुंबई में कट्टरपंथियों ने आजाद मैदान में रैली निकाली थी. जिसमें जमकर हिंसा भड़काई गई. हिंसक झड़प में 41 पुलिसकर्मियों समेत 52 लोग जख्मी हो गए थे. बाद में दो घायल लोगों की मौत हो गई थी. इस हिंसा के दौरान दो न्यूज चैनलों की ओबी वैन में आग भी लगा दी गई थी.