मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 मई तक लॉकडाउन आगे बढ़ा दिया है. कल शाम बांद्रा में कुछ लोगों ने अफवाह उड़ा दी कि ट्रेन चलने जा रही हैं. इससे हजारों लोगों की भीड़ रेलवे स्टेशन पर इकट्ठा हो गयी. इस भीड़ को उकसाने और अफवाह फैलाने का प्रमुख आरोपी विनय दुबे नामक शख्स बताया जा रहा है.


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उल्लेखनीय है कि मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों को गुमराह कर इकट्ठा करने के आरोपी शख्स विनय दुबे को मुंबई पुलिस ने एरोली क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है. इसके बाद आरोपी विनय दुबे को मुंबई पुलिस देर रात बांद्रा स्टेशन ले गई. पुलिस ने इस मामले में आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.


नवी मुंबई का रहने वाला है विनय


विनय दुबे नवी मुंबई का रहने वाला है. ये 2019 में लोकसभा चुनाव भी लड़ चुका है. फेसबुक पर विनय ने कई पोस्ट शेयर किए हैं, इनमें से एक वीडियो में वह कहता सुनाई देता है कि उसने महाराष्ट्र में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए 40 बसों का इंतजाम किया है, ताकि नि:शुल्क रूप से इन मजदूरों को उनके मूल घरों तक पहुंचाया जा सके. राज्य सरकारों से इसकी अनुमति मांगी परंतु अभी तक नहीं मिली है. वीडियो पोस्ट में इसी तरह की कई बातें विनय ने साझा की हैं. विनय के इस वीडियो को 15 हजार से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है.


बांद्रा में हजारों की भीड़ का जुटना देश के खिलाफ गंभीर साजिश तो नहीं?.


राज ठाकरे का करीबी लगता है विनय दुबे


ज़ी मीडिया को मिली जानकारी के मुताबिक विनय दुबे राज ठाकरे का करीबी लगता है क्योंकि उसने अपने फेसबुक प्रोफाइल में राज ठाकरे के साथ कई फोटो शेयर की हैं. दरअसल विनय दुबे ने अपने ट्विटर अकाउंट से कुछ ट्वीट किए हैं इनमें से एक में सत्ताधारी पार्टी की सहयोगी एनसीपी के नेताओं से उसकी करीबी झलकती है.


एक ट्वीट में वह कहता है कि उसके पिता ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए महाराष्ट्र सरकार को अपने जीवन की सारी पूंजी दान कर दी। उसने इसे स्वीकारने के लिए गृह मंत्री अनिल देशमुख के साथ ही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का आभार भी जताया है.


बांद्रा में विशेष ट्रेन चलने की अफवाह


सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को उनके गांव भेजने के लिए विशेष ट्रेन चलने की एक अफवाह के बाद यह भीड़ इकट्ठा हुई. विनय दुबे ने एक वीडियो में कहा कि हमें सरकार की छाती पर पैर रखकर अपनी ताकत उन्हें दिखानी है. जब हम अपने घरों में भूखे मर रहे हैं तो उससे अच्छा है कि हम धरना करते हुए अपने प्राण छोड़ें. आपको बता दें कि इस लॉकडाउन में ये भीड़ बहुत खतरानाक है. इस घटना के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की. बता दें कि बांद्रा में जमा करीब 3,000 लोगों की भीड़ को वापस उनके घरों तक भेजने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा.