नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को हुए IED ब्लास्ट में कई बड़ी बातें सामने आई हैं. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की मानें तो Blast भले ही छोटा था लेकिन इसके पीछे की साजिश बड़ी थी.  शनिवार को NSG की टीम भी घटना स्थल पर पहुंची और जायजा लिया. इसके पहले Blast की छानबीन में जुटी जांच टीम के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं. जांच में एक चिट्ठी बरामद की गई है. 


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ये चिट्ठी इजरायल के राजदूत के नाम है. चिट्ठी में लिखा है कि  ये धमाका तो बस ट्रेलर था पुलिस का कहना है कि ब्लास्ट के लिए पहले इत्मीनान से रेकी की गई और इसके बाद इसे अंजाम दिया गया. दूसरी ओर गृहमंत्री अमित शाह पं. बंगाल के दौर पर जाने वाले थे, जिसे धमाके के बाद रद्द कर दिया गया.  


लेटर में लिखा- हम केवल अपना मेसेज देना चाहते हैं
ब्लास्ट वाली जगह पर जो लेटर मिला है उसमें लिखा है, 'हम आम लोगों को नुकसान नही पहुंचाना चाहते, हम सिर्फ अपना मेसेज देना चाहते हैं'. इसके अलावा इजराइली एम्बेसी के पास जहां धमाका हुआ था, वहां धमाके के वक्त आसपास के मोबाइल टावर का डंप डाटा मिला है.



इस डाटा के मुताबिक जिस वक्त धमाका हुआ उस वक्त इलाके में 45 हजार मोबाइल फोन काम कर रहे थे. ये एक बड़ी चुनौती है 45 हजार फोन कॉल्स में उन संदिग्ध नंबरों को तलाशना जो धमाका के पहले और धमाके के वक्त एक्टिव थे. ये भी सवाल है कि क्या जरूरी है की धमाके को अंजाम देने वाले संदिग्ध मोबाइल फोन लेकर अपने साथ आए हों? यही वजह है की घटना के 12 घण्टे बीत जाने के बाद भी दिल्ली पुलिस के हाथ अभी खाली हैं. 


जांच में बरामद हुई चिट्ठी
मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार शाम राजधानी में जहां धमाका हुआ वहां गड्ढा बन गया है. इजरायली दूतावास के पास ये गड्ढा धमाके की वजह से बना है.  ब्लास्ट वाली जगह से स्टील के छर्रे मिले हैं. IED के जरिए हुए धमाके से कार के शीशे टूट गए. इसके अलावा एक जला हुआ दुपट्टा भी पुलिस को मिला है जो एक बड़ा सबूत साबित हो सकता है.



दिल्ली धमाके से जुड़ी जांच में एक चिट्ठी बरामद की गई है. ये चिट्ठी इजरायल के राजदूत के नाम है. ये चिट्ठी किसने लिखी है, ये अभी साफ नहीं है. लेकिन चिट्ठी में लिखा है कि ये धमाका तो बस ट्रेलर था.  ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी और ईरान के परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फर्खीजादा की मौत का बदला लेने की बात लिखी गई है. 


धमाके से पहले की गई थी रेकी
दिल्ली के इजरायली दूतावास के बाहर हुए IED धमाके के बाद गृहमंत्रालय हालात पर नजर बनाए हुए हैं. दिल्ली पुलिस ने एक कैब की पहचान की है. पुलिस के मुताबिक कैब से दो संदिग्ध ब्लास्ट के बाद उतरते दिखाई दिए हैं. कैब के ड्राइवर से पुलिस दोनों संदिग्धों जानकारी ले रही है. वहीं दिल्ली धमाके को लेकर जांच तेज हो गई है. 



दिल्ली स्पेशल सेल के स्पेशल कमिश्नर नीरज ठाकुर, स्पेशन सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाह भी इजरायली दूतावास पहुंचे थे. जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि IED लगाने से पहले पूरे इलाके की रेकी की गई थी. इसमें इजरायली दूतावास के पास के क्षेत्र भी शामिल थे. यह धमाका जिंदल हाउस के पास हुआ, जहां CCTV नहीं था. हालांकि पास के पेड़ पर CCTV लगा हुआ था, जिससे मिली फुटेज खंगाली जा रही है, हालांकि फुटेज अभी रिट्रीव नहीं हो पाई है. 


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