नई दिल्ली: दंगाई ब्रिगेड पर अब कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है. योगी की पुलिस अब उन लोगों की धरपकड़ में जुटी है और एक्शन ले रही है, जिन्होंने पिछले हफ्ते यूपी में अफवाह फैलाकर दंगा भड़काया और जमकर उपद्रव मचाया. 


डीजीपी ओपी सिंह ने SIT जांच के निर्देश दिए


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यूपी में CAA की आड़ में आग भड़काने के मामले में डीजीपी ओपी सिंह ने एसआईटी जांच के निर्देश दिए हैं. साथ ही यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने हिंसा की जांच के लिए हर जिले में एसआईटी बनाई है. हर जिले में एडिशनल एसपी लेवल का अफसर एसआईटी का चीफ होगा.


प्रदेश में अबतक 1113 लोग गिरफ्तार


अब तक पूरे उत्तर प्रदेश में 1113 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. 5558 लोगों को हिरासत में लिया गया है. प्रदेशभर में 327 एफआईआर दर्ज हुई हैं. आरोपियों के ठिकानों पर हुई रेड में करीब 35 गैरकानूनी हथियार जब्त किए गए हैं. जिनसे हिंसा के दौरान पुलिस पर फायरिंग की गई थी.


350 से ज्यादा पुलिसवाले जख्मी


यूपी पुलिस ने अब तक 35 देशी तमंचे, 69 जिंदा कारतूस और 647 कारतूस के खोखे बरामद किए हैं. यूपी में हुई हिंसा के दौरान कुल 19 लोगों की जान गई. पुलिस का दावा है कि हिंसा के दौरान गैरकानूनी हथियारों से फायरिंग हुई, उसी में लोगों की जान गई. पुलिस का कहना है कि पिछले हफ्ते हुई हिंसा में करीब 350 पुलिसवाले भी जख्मी हुए.


181 यूट्यूब प्रोफाइल को किया गया ब्लॉक


वहीं सोशल मीडिया पर सीएए के विरोध में भी पुलिस की कार्रवाई जारी है. जिसको लेकर 9372 ट्विटर, 9856 फेसबुक और 181 यूट्यूब प्रोफाइल को ब्लॉक किया गया है. आज जुमे की नमाज को देखते हुए प्रशासन ने पूरी तरह कमर कस ली है. और ऐसे लोगों पर नजर रखी जा रही है जो फिर से उपद्रव फैला सकते हैं.


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उधर, वाराणसी में बीएचयू में सीएए का विरोध करने वाले प्रोफेसरों के खिलाफ पोस्टर लगे हैं. सीएए समर्थक छात्रों ने कैम्पस में जगह-जगह पोस्टर चस्पा किए हैं. बीएचयू छात्रों ने इन प्रोफेसरों के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है. क्योंकि बीएचयू के 51 प्रोफेसरों ने सीएए का विरोध किया था.


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