नई दिल्ली: Uttarkashi Tunnel: उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में बीते 9 दिन से 41 मजदूर फंसे हुए हैं. अभी तक इन्हें बाहर नहीं निकाला जा सका है. अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स भी आज उत्तरकाशी पहुंचे हैं. सुरंग के ऊपर ड्रिलिंग का स्थान तय कर लिया गया है. इस ड्रिल का डायमीटर 1.2 मीटर है. इसका सेटअप अगले 24 घंटे में हो सकता है. माना जा रहा है कि यह ड्रील तीन दिन में पूरी होगी. 


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89 मीटर तक होगी ड्रिल
अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स मजदूरों को बचाने का उपाय लगाने के लिए उत्तरकाशी पहुंचे हैं. उन्होंने मुआयना करने के बाद कहा कि हम श्रमिकों को बाहर निकालने कोशिश में जुटे हुए हैं. हमारा विशेष ध्यान पर इस पर रहेगा कि 41 लोगों को बचाते हुए किसी को चोट न आए. टनल के ऊपर 320 मीटर दूरी पर ड्रिलिंग स्थान तय किया है. यह ड्रिल 89 मीटर गहराई तक होगी.


आवागमन का खर्च राज्य उठाएगा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सिलक्यारा सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों के जो परिजन यहां आना चाहते हैं, उनके आवागमन का खर्च राज्य सरकार उठाएगी. जरूरतमंद परिजनों के मोबाइल रिचार्ज, भोजन और रहने की व्यवस्था भी की जाएगी.


'सुरक्षित निकल लिया जाएगा'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बातचीत और स्थिति की जानकारी ली. पीएम मोदी ने सीएम धामी को आश्वस्त्र किया कि केंद्र सरकार आवश्यक बचाव उपकरण व संसाधन उपलब्ध करवा रही है. केंद्र व राज्य के आपसी समन्वय से श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा. सीएम धामी ने बताया कि टनल में फंसे श्रमिक सुरक्षित हैं. उन्हें ऑक्सीजन, भोजन और पानी भेजा जा रहा है.  


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