बेंगलुरू: सियासत में बेबुनियाद और तथ्यहीन बयानबाजी करने में कांग्रेस के नेता माहिर हैं. जब कांग्रेस के नेताओं पर सरकार कार्रवाई करती है तो उसे सियासत से जोड़ने की कोशिश की जाती है. पीएम केयर्स फंड के खिलाफ बयानबाज़ी करने वाली कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ कर्नाटक में एक फिर दर्ज की गई है. सोनिया गांधी के खिलाफ शिमोगा जिले में आईपीसी की धारा 153, 505 के तहत ये एफआईआर दर्ज की गई है.


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कांग्रेस ने FIR वापस लेने की मांग की


एफआईआर के खिलाफ कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को चिट्ठी लिखी है. उन्होंने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी पर एफआईआर गलत जानकारी के आधार पर लिखी गई है, इसे तुरंत निरस्त किया जाना चाहिए.


डीके शिवकुमार ने कहा कि भाजपा के एक कार्यकर्ता ने सोनिया गांधी के खिलाफ गलत सूचना के आधार पर राजनीतिक मकसद से शिकायत दर्ज कराई है. मैंने सीएम को चिट्ठी लिखी है और एफआईआर वापस लेने की मांग की है.


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राजनीति में FIR का दुरुपयोग


आपको बता दें कि उत्तरप्रदेश में बस चलवाने के लिए कांग्रेस ने जो लिस्ट राज्य सरकार को दी है उसमें कई खामियां मिलीं. राज्य सरकार ने बताया कि कांग्रेस ने बसों के बदले स्कूटर, बाइक और थ्री व्हीलर वाहनों के नंबर दे दिए. ये धोखाधड़ी करने के लिए उत्तरप्रदेश सरकार ने प्रियंका गांधी के निजी सचिव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली.


इसका बदला लेने के लिए कांग्रेस ने बेहद असंवैधानिक तरीके उत्तरप्रदेश के अतिरिक्त सचिव अवनीश अवस्थी के खिलाफ एफआईआर राजस्थान में दर्ज करवा दी. राजनीतिक षडयंत्र करने के लिए कांग्रेस एफआईआर का दुरुपयोग करती है और कानून का डर दिखाकर परेशान करने की कोशिश भी करती है.


कांग्रेस में मचा हड़कंप


आपको बता दें कि सोनिया गांधी पर एफआईआर दर्ज होने से कांग्रेस में बेचैनी बढ़ गयी है. कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा से एफआईआर निरस्त करने की मांग की है. एफआईआर में अपील की गई है कि सोनिया गांधी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए. ये एफआईआर प्रवीण नामक एक स्थानीय वकील द्वारा दर्ज की गई है.


एफआईआर दर्ज कराने वाले केवी प्रवीण कुमार ने कहा कि कांग्रेस ने पीएम केअर्स फंड को धोखाधड़ी कहा. अपने ट्विटर पर लिखा कि इसका इस्तेमाल जनता के लिए नहीं किया जा रहा है और पीएम इस फंड का इस्तेमाल कर विदेश यात्राओं पर जा रहे हैं.