गुजरात में प्रकृति का प्रकोप, बारिश के कहर से कई जिले हुए जलमग्न
देश में मानसून आने के साथ कई राज्यों में दिक्कत भी बढ़ गई है. गुजरात में जहां बाढ़ जैसे हालात बनते जा रहे हैं. गुजरात के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है, जिसकी वजह से कारण राजकोट, द्वारिका, पोरबंदर जैसे शहर जलमग्न हो गए हैं.
नई दिल्ली: कहते हैं प्रकृति के आगे हर कोई बेबस हो जाता है. गुजरात में ऐसे ही हालात बन गए हैं. बारिश के कहर के चलते गुजरात के कई जिले जलमग्न हो गए हैं. राजकोट के खिजादिया गांव में तो 10-12 नहीं बल्कि पूरे 40 मवेशी इसी तरह भारी बारिश के बाद बने बाढ़ जैसे हालात में बह गए.
जामनगर में उफान पर नदी, डूबे मंदिर
जामनगर की रंगमती नदी के अलावा कई छोटी नदियां भी उफान पर हैं, जिससे जामनगर से जुड़ने वाले 6 गांवों से संपर्क टूट गया है. उपलेटा तहसील की वेणु नदी में जबर्दस्त बाढ़ आई हुई है, जिससे सीदसर का प्राचीन मंदिर भी डूब गया है. मंदिर में करीब 10 फीट पानी भर गया है. लगातार भारी बारिश की वजह से आसपास के कई गांवों पर खतरा मंडरा रहा है.
गुजरात के कच्छ में बारिश का प्रकोप
गुजरात के कच्छ में भी बारिश के कहर के चलते बाढ़ जैसे हालात बन गए. सड़कों पर पानी का जमावड़ा लग गया. हर तरफ बाढ़ जैसे हालात दिखाई दे रहे हैं.
गुजरात के राजकोट, द्वारिका और पोरबंदर में सोमवार से जोरदार बारिश हो रही है. राजकोट में 18 घंटे में 25 सेंटीमीटर पानी गिरा. जिले में सालभर में औसत 67.6 सेंटीमीटर बारिश होती है. यानी कुल बारिश का करीब एक तिहाई से ज्यादा पानी 18 घंटे में ही बरस गया. निचले इलाकों में पानी भर गया.
सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में 2 दिन आंधी-तूफान और भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. जामनगर का रंजीत सागर बांध का पानी भी ओवरफ्लो होने लगा है. आस पास के गांवों में पानी भर चुका है. लोगों को गांवों से शिफ्ट किया जा चुका है, लेकिन इस बारिश ने उनकी फसलें और घर, सब बर्बाद कर दिया है.
इसे भी पढ़ें: Corona Update in India: कुल केस 7 लाख 42 हजार के पार, रिकवरी रेट 61.53% के पार
मौसम विभाग ने सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में आंधी-तूफान और 2 दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. सौराष्ट्र की शैत्रुंजी, भादर, वासवाडी, वेणु, कंडावती, ढाढर समेत कई नदियां उफान पर हैं.
इसे भी पढ़ें: पुलवामा हमले में NIA को मिली बड़ी सफलता, हुई सातवीं गिरफ्तारी
इसे भी पढ़ें: फरीदाबाद में 2-3 दिनों कर रुका था विकास दुबे, पढ़ें 3 पुख्ता सबूत