लखनऊ: इस साल की शुरुआत में भाजपा से कांग्रेस में जाने वाली पूर्व सांसद  सावित्री बाई फुले ने कांग्रेस से भी इस्तीफा दे दिया है. वह कई दिनों से पार्टी के नेताओं द्वारा उपेक्षित की जा रही थीं. उन्होंने भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव 2014 में जीता था लेकिन क्षेत्र में विकास न करने के कारण भाजपा ने इस बार उन्हें टिकट नहीं दिया था तो टिकट के लालच में वो कांग्रेस में शामिल हो गयी थीं.


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अपनी नई पार्टी बनाने का किया ऐलान



पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर अब नयी पार्टी बनाने का ऐलान किया है. उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अब वो अपनी नई पार्टी बनाएंगी. सावित्री बाई ने कहा कि मुझे कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के द्वारा कई दिनों से उपेक्षित किया जा रहा है. कई बड़ी बैठकों में बुलाया तक नहीं जाता. इसलिये अब में अपनी नई पार्टी बनाऊंगी.


2014 में भाजपा से बनी थी सांसद


2014 में मोदी लहर में  सावित्री बाई फुले बहराइच सांसद चुनी गयीं थीं. उनका कहना था कि भाजपा में दलितों और पिछड़ों की आवाज नहीं सुनी जाती तो मैं कांग्रेस में शामिल हो रही हूं, लेकिन अब उन्होंने कांग्रेस से भी इस्तीफा दे दिया है. 



भाजपा को बताया था दलित विरोधी


आपको बता दें कि बीते साल दिसंबर में फुले ने बीजेपी पर समाज को बांटने का आरोप लगाते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. फुले ने यह भी आरोप लगाया था कि दलित सांसद होने की वजह से उनकी कभी बात नहीं सुनी गई और हमेशा उपेक्षा की गई. फुले ने कहा था कि बीजेपी की दलित विरोधी नीतियों के चलते देश के पिछड़ों, दलितों और मुस्लिमों ने बीजेपी को सत्ता से हटाने का फैसला किया है. बीजेपी को सिर्फ कांग्रेस ही रोक सकती है, इसलिए हम कांग्रेस का साथ देंगे और बीजेपी को रोकेंगे.


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