गाजियाबादः दिल्ली-एनसीआर में बेकाबू वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए शासन-प्रशासन की तरफ से प्रयास किया जा रहा है. जहां दिल्ली सरकार 1,000 निजी बसें किराये पर ले रही है, वहीं गाजियाबाद में प्रदूषण फैलाने वाले प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की जा रही है.


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17 प्रतिष्ठानों पर लगा जुर्माना 
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में प्रदूषण स्तर को कम करने के लिए ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के तहत जुर्माना लगाया जा रहा है. जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने बताया कि जिला प्रशासन राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और उसके आस-पास के इलाकों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की ओर से गठित समिति के आदेशों का पालन कर रहा है. उन्होंने बताया कि जिला अधिकारी आर के सिंह ने अब तक 1.03 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. गाजियाबाद नगर निगम समेत शॉपिंग मॉल और अस्पताल जैसे 17 प्रदूषण फैला रहे प्रतिष्ठानों पर जुर्माना लगाया गया है.


खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति मांगी
वायु प्रदूषण के गंभीर हालात के बीच सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के मद्देनजर दिल्ली सरकार 1,000 निजी बसें किराये पर ले रही है और उसने दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) से शहर में मेट्रो और बसों में यात्रियों के खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति मांगी है.


वर्तमान में कोविड-19 की रोकथाम के चलते मेट्रो और बसों को अपनी बैठने की 100 फीसदी क्षमता के साथ संचालन की अनुमति है, लेकिन यात्रियों को खड़े होकर यात्रा की अनुमति नहीं है.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि परिवहन विभाग ने डीडीएमए से बसों में यात्रियों को खड़े होकर भी यात्रा करने की अनुमति मांगी है.


सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करने की अपील
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने शहर में 1,000 निजी बसे किराये पर लेने की घोषणा करते हुए ट्विटर पर लोगों से सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमान करने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा, 'वाहनों से होने वाले प्रदूषण को काबू करने के मद्देनजर दिल्लीवासियों से अनुरोध है कि वे निजी वाहनों के बजाय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें.'


बीजेपी ने केजरीवाल पर साधा निशाना
वहीं, भाजपा की दिल्ली इकाई ने मंगलवार को आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने वादे के मुताबिक, दिल्ली को विश्व स्तरीय शहर बनाने के बजाय 'धुंध से भरा शहर' बना दिया. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा, 'अगर केजरीवाल जिम्मेदारी नहीं उठा पा रहे हैं तो उन्हें तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए.' गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण केजरीवाल सरकार की सबसे बड़ी विफलता है.


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