मुंबई: कोरोना वायरस से बचाव के लिए पूरे देश में 17 मई तक लॉक डाउन चल रहा है. इस बीच महाराष्ट्र सरकार ने बड़ा फैसला किया है. लॉक डाउन के कारण गरीब और सामान्य वर्ग के पास आय के साधन कोई नहीं है. ऐसे में कई मजदूर और कर्मचारियों को वेतन भी नहीं मिल पा रहा है.


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स्कूल नहीं बढ़ा सकते फीस


उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार के शिक्षा विभाग ने स्कूली स्टूडेंट्स को राहत दी है. अब स्कूल शैक्षणिक सत्र 2020- 21 में फीस नहीं बढ़ा सकेंगे. स्कूल पिछले सत्र यानी 2019- 20 की बकाया वसूली एक साथ करने लिए भी अभिभावकों को मजबूर नहीं कर सकेंगे. इसके अलावा स्कूलों को बकाया फीस की वसूली के लिए मासिक या त्रैमासिक का विकल्प देना होगा.


स्नातक छात्रों को अगले सत्र के लिए प्रमोट किया जाएगा


उद्धव ठाकरे सरकार के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने कहा कि महाराष्ट्र की सभी यूनिवर्सिटी में स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्स में फाइनल ईयर के छात्रों को छोड़कर अन्य सभी छात्रों को बिना परीक्षा अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाएगा. फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षा जुलाई माह में आयोजित होगी. राज्य सरकार का यह फैसला विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की सिफारिशें जारी होने के बाद एक सप्ताह से भी कम समय में आया है.


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सरकार की ओर से कहा गया है कि फर्स्ट और सेकेंड ईयर के स्टूडेंट्स को अगली कक्षा में प्रमोट करने के लिए राज्य सरकार ने यूजीसी की सिफारिशें अपनाने का फैसला किया है. इन छात्रों के लिए 50-50% ग्रेडेशन का फॉर्मूला अपनाया जाएगा.


महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ रहे मामले


आपको बता दें कि महाराष्ट्र कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे अधिक प्रभावित है. पिछले 24 घंटों में देशभर में कोरोना के 3,320 नए मामले सामने आए हैं और 95 मौतें हो चुकी हैं. 8 मई तक देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 60 हजार के करीब और मृतकों की संख्या 2000 के पास पहुंच चुकी है.आपको बता दें कि राज्य में अभी तक वायरस से संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 19,063 पहुंच गई है. राज्य में संक्रमण से 37 लोगों की मौत होने के साथ ही कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 731 हो गई है.