नई दिल्ली: What is Interim Budget: बजट पेश करने का समय नजदीक आ गया है. 31 जनवरी से बजट सत्र शुरू हो रहा है. माना जा रहा है कि 1 फरवरी को देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट को पेश करेंगी. यह मोदी सरकार के इस कार्यकाल का आखिरी बजट होगा, लिहाजा लोगों को इससे काफी उम्मीदें भी हैं. इस साल देश में अंतरिम बजट ही पेश होगा, पूर्ण बजट पेश नहीं किया जाएगा. आइए जानते हैं कि दोनों के बीच क्या फर्क है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अंतरिम बजट क्या है?
देश में जिस साल लोकसभा चुनाव होने होते हैं, उस साल सरकार अंतरिम बजट ही पेश करती है. यह भी फरवरी में ही पेश होता है, लेकन इस बजट में चुनाव होने तक का समय ही कवर होता है. यानी सरकार वही चीजें घोषित करती है जो आम चुनाव से पहले पूरी की जाएंगी. वर्तमान में चल रही सरकार कार्यकाल के शेष महीनों के लिए यह बजट पेश करती है. वित्त मंत्री निर्मल सीतारमण इस बार अंतरिम बजट ही पेश करेंगी. नैतिक तौर पर अंतरिम बजट में नीतिगत घोषणा या कर में बड़ी छूट देने से बचती हैं.


क्या होता है नियमित बजट?
आमतौर पट पेश होने वाले बजट को नियमित या पूर्ण बजट कहा जाता है. यह बजट 1 अप्रैल से 31 मोर्च तक का पूर्ण वित्तीय विवरण होता है. इस बजट को सालभर के हिसाब से तैयार किया जाता है. संसद में नियमित बजट में पारित होने से पहले संसदीय बहस, जांच, संशोधन चर्चा की जाती है.


तो फिर कब आएगा पूर्ण बजट?
पूर्ण या नियमित बजट लोकसभा चुनाव के बाद पेश होगा. नई सरकार बनने पर यह बजट पेश होता है. आमतौर पर यह जून-जुलाई में पेश किया जाता है.


ये भी पढ़ें- AAP और Congress के बीच तय हुआ सीट शेयरिंग फॉर्मूला, 5 राज्यों में ऐसी हो सकती है तस्वीर!


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.