नई दिल्ली: ज्ञानवापी मस्जिद मामले में आज वाराणसी की जिला अदालत में अहम सुनवाई का दिन है. आज कोर्ट कमिश्नर मस्जिद में किये सर्वे की अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे. वहीं हटाए गए कोर्ट कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा ने भी अपनी रिपोर्ट कोर्ट को सौंप दी है. वकीलों की हड़ताल की वजह से जिन दो याचिकाओं पर बुधवार को सुनवाई नहीं हो पाई थी, उन पर भी आज जिला अदालत सुनवाई करेगी.


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ज्ञानवापी का सच क्या है?


ज्ञानवापी मस्जिद है या वहां मंदिर के प्रमाण मौजूद हैं? ज्ञानवापी पर किसके दावों में सच्चाई है. इन सवालों के जवाब हर कोई तलाश रहा है. कोर्ट में दांव-पेंच से अपने-अपने दावे को सही साबित करने की कोशिश भी की जा रही है. सबकी निगाहें कोर्ट कमिश्नर की रिपोर्ट पर टिकी हैं.


वाराणसी जिला अदालत में आज सुनवाई


दीवार तोड़कर जांच की याचिका
'शिवलिंग' की पूजा की याचिका
वुज़ू की जगह बदलने की याचिका
सर्वे रिपोर्ट पेश होने की संभावना


अजय कुमार मिश्रा को कोर्ट कमिश्नर की जिम्मेदारी से हटाने के बाद ज्ञानवापी में 14 मई से 16 मई के बीच सर्वे का काम विशाल सिंह की देखरेख में कराया गया था और रिपोर्ट 17 मई को कोर्ट को सौंपनी थी, लेकिन अदालत से गुजारिश के बाद रिपोर्ट सौंपने के लिये 2 दिन की मोहलत और मिल गई थी. हालांकि हटाए गए कोर्ट कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा ने 6 और 7 मई को कराए सर्वे की रिपोर्ट कोर्ट को सौंप दी है.


आज होने वाली सुनवाई से पहले हिंदू पक्ष की तरफ से एक नई याचिका दायर कर अजय कुमार मिश्रा को दोबारा कोर्ट कमिश्नर बनाने की मांग की गई है.


काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष का बड़ा बयान


श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नागेंद्र पांडेय ने कहा है कि 'वो जो आकृति दिख रही है वो शिवलिंग ही है. वो फाउंटेन नहीं है, वहां पर फाउंटेन का क्या काम? उस स्वरूप को हमको सौंप देना चाहिए, जिससे उसकी पूजा अर्चना कर सकें. उस स्थान पर कोर्ट का जल्द फैसला होना चाहिए.'


वाराणसी की जिला अदालत में आज उन दो याचिकाओं पर भी सुनवाई होगी जिन पर बुधवार को वकीलों की हड़ताल की वजह से सुनवाई नहीं हो पाई थी.


कोर्ट आज हिंदू पक्ष की ओर से दीवार तोड़कर जांच कराने की मांग पर सुनवाई करेगा. महिला पक्ष की तरफ से दायर याचिका में नंदी के सामने बंद दीवार को तोड़कर रास्ता देने और शिवलिंग वाली जगह पर पूजा की इजाजत की मांग की गई है. वहीं एक अन्य याचिका में  वुज़ूखाने में मौजूद मछलियों को कहीं और शिफ्ट करने और नमाज़ियों के वुज़ू करने और शौचालय की व्यवस्था सील की गई जगह से दूर करने के लिये याचिका दी गई है.


वहीं हिंदू पक्ष के वकील मदन मोहन यादव का कहना है कि 'अदालती लड़ाई के बीच ज्ञानवापी विवाद से जुड़े कई वीडियो भी वायरल हो रहे हैं, जिसके बाद हिंदू पक्ष ने फिर दावा किया है कि वुज़ूखाना में शिवलिंग ही मिला है.'


हालांकि इन दावों के बीच हीं अंजुमन इंतज़ामिया कमेटी ने कहा है कि कोर्ट जो भी फैसला देगा वो उन्हें मंजूर होगा.


ज्ञानवापी में सर्वे की रिपोर्ट से साफ हो कि जाएगा कि मस्जिद के वुज़ूखाने में शिवलिंग मिला या फव्वारा? इसके साथ ही इस रिपोर्ट से ये तस्वीर भी साफ हो जाएगी कि मस्जिद में सर्वे का काम आगे भी जारी रहेगा या फिर विवाद पर विराम लगेगा.


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