रांची. असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने बड़ा दावा किया है. उनका कहना है कि साल 2041 तक असम मुस्लिम बहुल राज्य बन जाएगा. यह बात उन्होंने झारखंड की राजधानी रांची में कही है. रांची के धुर्वा स्थित जगन्नाथ मैदान में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए असम के सीएम ने कहा कि झारखंड के सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं.


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'घुसपैठियों के कारण डेमोग्राफी का परिवर्तन'
उन्होंने कहा कि देश के कई राज्यों में घुसपैठियों के कारण डेमोग्राफी का परिवर्तन हुआ है आज वह प्रदेश धीरे-धीरे मुस्लिम बहुसंख्यक राज्य होने की ओर बढ़ रहे हैं. दुर्भाग्य की बात है कि असम भी ऐसा ही प्रदेश है जहां 40 प्रतिशत मुसलमान है, जबकि असम के असली मुसलमान महज 4 प्रतिशत हैं. 36 प्रतिशत बांग्लादेश से आए हुए लोग हैं. ऐसे में साल 2041 तक असम सबसे बड़ा मुस्लिम बहुल प्रदेश बन जाएगा. आज यह असम की हकीकत है.


पश्चिम बंगाल का दिया उदाहरण
बिस्वा सरमा ने अपने दावे की पुष्टि के लिए पश्चिम बंगाल का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में मुसलमान आबादी की जनसंख्या 26 प्रतिशत है. धीरे-धीरे ये प्रतिशत भी हर 10 साल में 29 प्रतिशत की स्पीड से बंगाल में बढ़ रही है. असम और बंगाल को हम छोड़ दें, तो बांग्लादेशी घुसपैठियों का अगला टारगेट झारखंड बना हुआ है. आज झारखंड के कई सारे जिलों में मुसलमानों की जनसंख्या 30 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है.


उन्होंने कहा कि झारखंड में दो महीने बाद विधानसभा चुनाव है. झारखंड में हम और अधिक सीटें जीतकर बीजेपी की सरकार बनाएंगे, यह हमारा संकल्प है. इससे पहले हिमंता बिस्वा सरमा ने रांची के रिम्स अस्पताल में घायल सहायक पुलिसकर्मियों से मुलाकात की. बता दें कि सरमा इस वक्त बीजेपी के झारखंड के सह प्रभारी हैं.


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