नई दिल्लीः कुछ दिन पहले हुई कमलेश तिवारी की हत्या का मामला अभी सुर्खियों में ही है. इसी के साथ अन्य हिंदू संगठनों के नेताओं पर भी संकट के बाद मंडरा रहे हैं. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को इसके लिए संबंधित इनपुट मिले हैं. कहा जा रहा है कि हिंदू व आरएसएस समेत कई नेता पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के निशाने पर हैं. इस तरह के इनपुट मिलने के बाद हिंदूवादी नेताओं और हिंदू संगठनों के मुखिया की सुरक्षा की समीक्षा शुरू कर दी गई है. 


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गृहमंत्रालय ने दिया आदेश
केंद्रीय गृहमंत्रालय ने आदेश दिया है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ऐसे सभी नेताओं की सुरक्षा की समीक्षा कर और रिपोर्ट तैयार करे. दरअसल एक जानकारी के अनुसार सामने आया है कि दिल्ली पुलिस को दो दिन पहले खुफिया विभाग से इस तरह के इनपुट मिले हैं. इसमें सामने आया है कि पैसे देकर व जिहादी बनाकर इन नेताओं पर हमला कराया जा सकता है. इसके साथ ही दहशत का माहौल बनाने की कोशिश भी की जा सकती है. बीते दिनों हिंदू समाज पार्टी के मुखिया कमलेश तिवारी की हत्या भी इसी तरह की गई है. 


370 और सर्जिकल स्ट्राइक से कुछ लोगों में गुस्सा
दरअसल जब से केंद्र सरकार ने पड़ोसी मुल्क पर सर्जिकल स्ट्राइक की है तबसे आतंकी मंसूबे पाले लोगों की कमर टूटी है. इसकी वजह से वह गाहे-बगाहे छिटपुट हमले कर रहे हैं. आर्टिकल 370 में बदलाव के बाद यह गुस्सा और भड़क गया है. लिहाजा इनपुट के अनुसार वे नेता आतंकी साजिश के अधिक निशाने पर हैं जो लगातार अपने भाषणों में 370 को खत्म करने को लेकर बात करते रहे हैं. इसके साथ ही विशेष तौर पर हिंदुओं के पक्ष में बोलने वाले आरएसएस नेता व राजनेता भी आईएसआई के निशाने पर है. इन नेताओं पर आतंकी संगठनों के स्लीपर सेल के जरिए हमला कराया जा सकता है. स्पेशल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कमलेश तिवारी की हत्या में भी यह देखा जा रहा है कि आईएसआई का कहां तक हाथ है. पाकिस्तान की इस खुफिया एजेंसी के इशारे पर लश्कर व जैश ए मोहम्मद के आतंकी सेना की वर्दी में उत्तर भारत में हमले को अंजाम दे सकते हैं.   


हिंदू संगठनों के नेताओं ने भी मांगी थी सुरक्षा



दो दिन पहले ही हिंदू संगठनों के नेताओं ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर अपने लिए सुरक्षा की मांग की थी. कुछ नेताओं ने पुलिस में एफआईआर भी दर्ज करा रखी है साथ ही ट्विटर पर भी हमले की आशंका जता रहे हैं. इनमें साध्वी प्राची, पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ, अमित जानी और उपदेश राणा के नाम प्रमुख तौर पर शामिल हैं. प्राची ने सरकार को लिखे पत्र में कहा है कि उनके आश्रम के आस पास कुछ संदिग्ध लोग घूमते देखे जा रहे हैं. इसी तरह अमित जानी नोएडा के एक थाने में शिकायत दी है कि किसी बु्र्का पहनी मिला ने गार्ड को धमकी भरा लिफाफा सौंपा था. उपदेश राणा ने भी अंतरराष्ट्रीय कॉल के जरिये धमकी मिलने की बात कही है.