India China Standoff: भारत-चीन के बीच हुई 13वें दौर की बातचीत, इन बातों पर बनी सहमति

India China Standoff: एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि दोनों पक्ष गोगरा के क्षेत्र में डिसइंग्जेमेंट पर सहमत हुए. इस क्षेत्र में सैनिक पिछले साल मई से आमने-सामने की स्थिति में हैं.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Oct 11, 2021, 09:20 AM IST
  • मोल्डो में हुई कोर कमांडर स्तर की बातचीत
  • एलएसी पर तनाव कम करने पर हुई चर्चा
India China Standoff: भारत-चीन के बीच हुई 13वें दौर की बातचीत, इन बातों पर बनी सहमति

नई दिल्ली: India China Standoff: भारत (India) और चीन (China) ने पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में अपने सीमा विवाद (Border Dispute) को सुलझाने के लिए रविवार को चीन की ओर से मोल्डो में 13वें दौर की कोर कमांडर स्तर की वार्ता की. दोनों देशों ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर समग्र रूप से तनाव कम करने पर चर्चा की.

भारतीय सेना के प्रवक्ता ने बताया कि भारत-चीन कोर कमांडरों की बैठक में चर्चा पूर्वी लद्दाख में एलएसी के साथ शेष मुद्दों के समाधान पर केंद्रित थी. भारतीय पक्ष ने एलएसी पर चीनी पक्ष द्वारा यथास्थिति को बदलने और द्विपक्षीय समझौतों के उल्लंघन के एकतरफा प्रयासों का मसला उठाया. इसलिए, यह आवश्यक था कि चीनी पक्ष शेष क्षेत्रों में उचित कदम उठाए, ताकि पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी के साथ शांति बहाली हो सके. 

 

बैठक के दौरान, भारतीय पक्ष ने शेष क्षेत्रों के विवाद को हल करने के लिए रचनात्मक सुझाव दिए, लेकिन चीनी पक्ष सहमत नहीं था और कोई दूरदर्शी प्रस्ताव भी नहीं दे सका. इस प्रकार बैठक में शेष क्षेत्रों का समाधान नहीं हुआ. हालांकि, दोनों पक्ष संचार बनाए रखने और जमीन पर स्थिरता बनाए रखने पर सहमत हुए. बकौल सेना प्रवक्ता, 'हमें उम्मीद है कि चीनी पक्ष द्विपक्षीय संबंधों के समग्र परिप्रेक्ष्य को ध्यान में रखेगा और शेष मुद्दों के शीघ्र समाधान की दिशा में काम करेगा.'

 

हॉट स्प्रिंग और देपसांग की स्थिति पर हुई बातचीत
इस दौरान अन्य हॉट स्प्रिंग और 900 वर्ग किमी देपसांग मैदानों पर विचार-विमर्श हुआ. दोनों देशों के गोगरा में फ्रिक्शन पैट्रोलिंग पॉइंट (पीपी) 17 से सैनिकों को वापस बुलाने के महीनों बाद यह बातचीत हुई.

अपने-अपने ठिकानों में हैं दोनों देशों के सैनिक
डिसइंग्जमेंट की प्रक्रिया दो दिनों में यानी 4 और 5 अगस्त को की गई थी. दोनों पक्षों के सैनिक अब अपने-अपने स्थायी ठिकानों में हैं. यह घटनाक्रम 31 जुलाई को कोर कमांडरों के बीच 12वें दौर की वार्ता के तुरंत बाद हुआ.

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एलएसी के सभी मुद्दे हल करने पर जोर

गोगरा के लिए दोनों देशों के बीच विच्छेदन के साथ, भारत ने 13वें दौर की बातचीत के दौरान हॉट स्प्रिंग्स और देपसांग मैदानों जैसे क्षेत्रों का विवाद हल करने का निर्णय लिया है. हाल ही में सैन्य कमांडर की बैठकों के दौरान एलएसी के सभी मुद्दों को हल करने पर जोर दिया.

फरवरी में पैंगोंग त्सो से हटीं सेनाएं
अब तक, 13 दौर की कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता के अलावा, दोनों बलों ने 10 मेजर जनरल स्तर, 55 ब्रिगेडियर स्तर की वार्ता और हॉटलाइन पर 1,450 कॉल भी की हैं. इससे पहले, दोनों देशों की टुकड़ियां इस साल फरवरी में पैंगोंग त्सो के दोनों किनारों से हट चुकी हैं. भारत और चीन के बीच पिछले 16 महीने से सीमा विवाद चल रहा है.

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