नई दिल्ली: सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में अबतक पंजाब पुलिस को कोई बड़ा ब्रेकथ्रू नहीं मिला है. पंजाब पुलिस के हाथ अब भी खाली हैं. लेकिन, महाराष्ट्र पुलिस ने सौरभ उर्फ महाकाल नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि महाकाल एक शूटर को जानता है. यही नहीं खुलासा ये भी हुआ है कि महाकाल लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करता है और कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बरार के भी संपर्क में था, तो पुलिस से जुड़े सूत्रों की मानें तो मूसेवाला हत्याकांड में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी का हाथ हो सकता है.


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9 आरोपियों की गिरफ्तारी


कभी मोहाली, तो कभी बठिंडा में छापेमारी कर रही है. 9 आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. लेकिन, मूसेवाला को गोलियों से छलनी करने वाले अब भी पंजाब पुलिस की पहुंच से दूर नजर आ रहे हैं.


मूसेवाला की हत्या की गुत्थी सुलझाने में पंजाब पुलिस अबतक नाकाम ही रही है. लेकिन, इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वालों के बारे में एक नया खुलासा हुआ है. इस हत्याकांड को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर अंजाम दिया गया. ISI ने अपने गुर्गों को ऑर्डर दिया, और हिंदुस्तान में मौजूद गद्दारों ने मूसेवाला को मार दिया.


पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी का हाथ?


पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान में बैठकर भारत के ख़िलाफ़ साज़िशों का मकड़जाल तैयार करने वाला खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा मूसेवाला हत्याकांड का मास्टरमाइंड है. रिंदा पाकिस्तान से ऑपरेट करता है और ISI उस जैसे खालिस्तानी आतंकियों का समर्थन करती है.


बताया जा रहा है कि रिंदा के कहने पर लॉरेंस बिश्नोई ने मूसेवाला को मारने की साजिश रची. तो आपको बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई हरविंदर सिंह रिंदा का शूटर रह चुका है. तो लॉरेंस बिश्नोई ने गोल्ड बरार को इस हत्याकांड को अंजाम देने की जिम्मेदारी सौंपी. जिसके कहने पर शार्प शूटर आए और सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी.


लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर मूसेवाला का मर्डर करने वाला सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बरार पंजाब के मुक्तसर साहब का रहने वाला है. लेकिन पिछले कई सालों से वो कनाडा में रह रहा है. पुलिस के मुताबिक गैंग्स्टर गोल्डी बरार 2017 में छात्र वीज़ा पर कनाडा भाग गया था. उसके बाद वहीं से अपना गैंग चला रहा है. मतलब ये कि सिद्ध मूसेवाला की हत्या के तीन प्रमुख किरदार हैं.


पहला हरविंदर सिंह रिंदा, जो पाकिस्तान में बैठकर ISI के इशारों पर काम करता हैं.
दूसरा लॉरेंस बिश्नोई, जो तिहाड़ जेल से ही अपना गैंग चला रहा है.
तीसरा गोल्डी बरार, जो कनाडा से लॉरेंस बिश्नोई के लिए आपराधिक वारदातों को अंजाम देने के लिए अपने गुर्गों का इस्तेमाल कर रहा है.


सिद्धेश हीरामल कांबले करेगा बड़ा खुलासा?


पुणे से पकड़ा गया सिद्धेश हीरामल कांबले उर्फ सौरभ उर्फ महाकाल सिद्धू मूसेवाला की हत्या से जुड़े सभी मुख्य किरदारों का पर्दाफाश करने में अहम भूमिका अदा कर सकता है. बताया जा रहा है कि महाकाल मूसेवाला मर्डर को अंजाम देने वाले शॉर्प शूटर का करीबी है. मूसेवाला की हत्या में शामिल शूटर और महाकाल कई बड़े अपराधों को अंजाम दे चुका है.


पुलिस सूत्रों के मुताबिक सौरव महाकाल को लॉरेन्स विश्नोई से संतोष जाधव ने मिलवाया था. ये वही संतोष जाधव है जो खुद सिधू मूसेवाला की हत्या में शामिल है और अभी तक पुलिस की पकड़ में नहीं आ पाया है. सौरव महाकाल पिछले एक साल से लॉरेन्स विश्नोई गैंग के लिए काम कर रहा है.


संतोष जाधव और पकड़ा गया आरोपी सौरव महाकाल महाराष्ट्र में ज्यादा एक्टिव नहीं थे. ये लोग राजस्थान के पंजाब से सटे बॉर्डर एरिया में ज्यादा एक्टिव थे. सौरव महाकाल को पिछले 6 महीने में 2 बार राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिनमे से एक मामला बैंक डकैती का था.


सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद से ही सौरव उर्फ महाकाल पुलिस से छिपता फिर रहा था. लेकिन, पुणे क्राइम ब्रांच ने महाराष्ट्र के अहमदनगर से उसे गिरफ्तार कर लिया. मूसेवाला के कत्ल से पहले उनकी मुखबिरी करनेवाले केकड़ा और शूटर्स के मददगार मनप्रीत सिंह भी पुलिस की गिरफ्त में है.


और तो और केस के मास्टरमाइंड गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई से पूछताछ करने के साथ-साथ उन 8 शूटर्स की पहचान भी कर ली गई है, जिन्होंने 29 मई को मूसेवाला पर गोलियां बरसाईं थी. लेकिन, सवाल अब भी वही है कि तमाम जानकारियां होने, मास्टरमाइंड का पता लगने और शूटर्स की पहचान होने के बावजूद पंजाब पुलिस के हाथ खाली क्यों हैं.


हरविंदर सिंह रिंदा पर कसा जाएगा शिकंजा


पाकिस्तान में बैठकर भारत को दहलाने और मूसेवाला जैसे नामचीन लोगों के कत्ल की साजिश रचने वाले खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा अब सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर आ चुका है.


हरविंदर सिंह रिंदा पर शिकंजा कसने वाला है. उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा सकता है. रिंदा के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की पंजाब सरकार ने सीबीआई को सिफारिश की है. उसके आतंकी मॉड्यूल पर नज़र रखी जा रही है. हालांकि, रिंदा के आतंकी मॉड्यूल के लोग भारत में मौजूद हैं. जिनके लिए रिंदा पाकिस्तान से हथियार और बारूद की सप्लाई कर रहा है. खुफिया जांच रिपोर्ट के मुताबिक रिंदा देश में बड़े आतंकी हमले की तैयारी कर रहा है. तो आपको बता दें कि मोहाली के इंटेलिजेंस विंग के हेड क्वार्टर पर हुए रॉकेट हमले में उसका नाम सामने आ चुका है. जबकि, करनाल में पकड़े गए 4 संदिग्ध आतंकियों ने भी इस बात का खुलासा किया था की गैंगस्टर और आतंकी रिंदा पाकिस्तान में बैठकर साज़िशों का मकड़जाल बुन रहा है.


पुलिस की लापरवाही की पोल खुली


उधर CBI ने सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में पंजाब पुलिस की लापरवाही की पोल खोल दी है. सीबीआई की मानें तो पंजाब पुलिस को मूसेवाला की मौत के बाद गोल्डी बरार की याद आई. 


दरअसल, पंजाब पुलिस ने दावा किया था कि उसने मूसेवाला का हत्या से पहले ही CBI को एक चिट्ठी भेजी थी. CBI से गोल्डी बरार के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की मांग की थी. जबकि सीबीआई का दावा है कि ये पंजाब पुलिस की ओर से ये रिक्वेस्ट 30 मई को दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर ई-मेल के जरिये आई.


इस ई-मेल में एक 19 मई की तारीख का लेटर भी अटैच्ड था. उस लैटर को सीबीआई ने अपनी जरूरी प्रक्रिया पूरी करने के बाद 2 जून को इंटरपोल के मुख्यालय में भेज दिया था.


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