चंडीगढ़: हरियाणा में आज सुबह तक राजनीतिक परिदृश्य बिल्कुल स्थिर था. सरकार सुचारू रूप से चल रही थी. बुधवार की सुबह पार्टी के उपाध्यक्ष राम कुमार गौतम ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद से राजनीतिक हालात बिल्कुल बदल से गए हैं. राम कुमार गौतम ने कहा कि वे सिर्फ पार्टी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहे हैं. पार्टी में बने रहेंगे. इसके बाद जजपा यानी जननायक जनता पार्टी के प्रमुख और हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि वे पार्टी के सीनियर नेता हैं. उन्हें अगर किसी भी चीज से शिकायत थी तो निसंकोच आ कर कह सकते थे या पार्टी के अन्य लोगों को बता सकते थे.



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दुष्यंत ने कहा सीनियर नेता बात कर करेंगे निपटारा


दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हमे अभी तक उनका इस्तीफा मिला नहीं है. हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता उनसे बात करेंगे और मामले का निपटारा करेंगे. पार्टी के अंदर सबकुछ सामान्य है. दुष्यंत चौटाला ने भले यह कह दिया हो लेकिन आंतरिक असंतोष के बाद उन्हें यह डर तो होगा कि पार्टी के अंदर ही मतभेद न होने लग जाए. 


पार्टी में नहीं हुआ विभागों का बंटवारा


दरअसल, बुधवार को विधायक और जजपा के उपाध्यक्ष राम कुमार गौतम ने यह कह कर इस्तीफा दिया कि वे जजपा के भाजपा से हाथ मिला लेने के खिलाफ नहीं हैं. लेकिन गठबंधन में भी मंत्रालय या विभाग मिले, उन्होंने अपने ही पास रख लिया. किसी भी अन्य विधायक या नेता को वह जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई. इसको लेकर पार्टी के कुछ नेताओं में असंतोष है. हालांकि, यह असंतोष तो सिर्फ जजपा के उपाध्यक्ष राम कुमार गौतम से ही झलका है.