जानें कौन हैं निधि छिब्बर, जो बनी हैं सीबीएसई की नई चेयरपर्सन

सीबीएसई बोर्ड की चेयरमैन बनाई गई निधि छिब्बर 1994 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. फिलहाल वह भारी उद्योग मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के पद पर तैनात हैं. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 15, 2022, 02:46 PM IST
  • निधि छिब्बर सीबीएसई बोर्ड में विनीत जोशी का स्थान लेने जा रही हैं
  • नई चेयरमैन निधि छिब्बर ने इतिहास विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन की है
जानें कौन हैं निधि छिब्बर, जो बनी हैं सीबीएसई की नई चेयरपर्सन

नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) को उसका नया अध्यक्ष मिल गया है. केंद्र सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी निधि छिब्बर को सीबीएसई चेयरपर्सन बनाया है.निधि छिब्बर सीबीएसई बोर्ड में विनीत जोशी का स्थान लेने जा रही हैं.

1994 बैच की आईएएस अधिकारी 
सीबीएसई बोर्ड की चेयरमैन बनाई गई निधि छिब्बर 1994 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. फिलहाल वह भारी उद्योग मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के पद पर तैनात हैं. 

वहीं सीबीएसई की नई चेयरमैन निधि छिब्बर ने इतिहास विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन की है. सीबीएसई की नई चेयरमैन वकालत की पढ़ाई भी कर चुकी हैं उनके पास एलएलबी की डिग्री है. उन्होंने इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स में पीजी डिप्लोमा भी किया है.

विनीत जोशी की लेंगी जगह
निधि छिब्बर सीबीएसई बोर्ड में विनीत जोशी का स्थान लेने जा रही हैं. विनीत जोशी अभी तक सीबीएसई बोर्ड के चेयरमैन पद पर कार्यरत थे. जोशी देश के सबसे अग्रणी उच्च संस्थान शिक्षा संस्थानों में शामिल आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग कर चुके हैं. उन्होंने आईआईटी कानपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री एवं शेष शिक्षा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हासिल की है. 

सीबीएसई का प्रभाव कितना बड़ा
देश के लगभग सभी राज्यों में सीबीएसई बोर्ड के माध्यम से लाखों छात्र शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं. इन छात्रों की कुल संख्या किसी भी अन्य मौजूदा बोर्ड के मुकाबले कहीं अधिक है. वहीं सीबीएसई द्वारा आयोजित की जाने वाली 10वीं एवं 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं भी राष्ट्रीय स्तर पर ली जाती हैं.
सीबीएसई के इस व्यापक स्वरूप के कारण ही इस शिक्षा बोर्ड के विभिन्न कार्यक्रमों का राष्ट्रव्यापी प्रभाव पड़ता है. परीक्षाएं, पाठ्यक्रम, नियम कायदे आदि लागू करने के साथ ही सीबीएसई देशभर में स्कूलों को मान्यता भी प्रदान करता है. स्कूलों की रूपरेखा, अनुशासन, छात्रों का मूल्यांकन आदि के लिए भी सीबीएसई द्वारा नियम बनाए जाते हैं.

स्कूली शिक्षा के अलावा सीबीएसई की अन्य पाठ्यक्रमों एवं प्रतियोगी परीक्षा में भी भागीदारी रहती है. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने जेईई मेंस और जेईई एडवांस के लिए एक 19 सदस्यीय बोर्ड गठित किया है. आईआईटी व इंजीनियरिंग शिक्षण संस्थानों में दाखिले के लिए होने वाले एग्जाम 'जेईई' के लिए यह बोर्ड गठित किया गया है. इस अपेक्स बॉडी में भी सीबीएसई का प्रतिनिधित्व है.

जेईई के लिए बनाए गए इस विशेष बोर्ड के चेयरमैन आईआईटी मद्रास के पूर्व निदेशक प्रोफेसर भास्कर रामामूर्ति हैं. शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक जेईई मेंस व जेईई एडवांस की प्रक्रिया और बेहतर एवं पारदर्शी बनाने के लिए जेईई बोर्ड का गठन किया गया है. जेईई के इस शीर्ष बोर्ड में कुल 19 सदस्य होंगे.

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