पुलिस कमिश्नर ने बताया- दिल्ली हिंसा में सभी किसान नेता शामिल, जानिए पूरा Update
किसान आंदोलन जल्द खत्म हो सकता है, जिसका ऐलान भारतीय किसान यूनियन BKU (भानू) ने किया. लाल किले पर झंडा फहराने वालों के खिलाफ गृह मंत्रालय कड़ी कानूनी कार्रवाई पर विचार कर रहा है. हिंसा पर गृह मंत्रालय की उच्च स्तरीय बैठक हो रही है. किसानों के वेश में दंगाइयों ने पुलिस पर हमला किया था, बैरिकेड्स तोड़े और हाथों में हथियार लेकर बवाल काटे. इस मामले से जुड़े पल-पल का UPDATE जानिए..
नवीनतम अद्यतन
दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव ने बताया कि अबतक 25 से ज्यादा केस दर्ज किए गए हैं. तय समय से पहले किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली.
कमिश्नर ने बताया कि किसान नेताओं के भड़काऊ भाषण के बाद हिंसा शुरू हुआ. सबसे पहले मुकरबा चौक पर हंगामा शुरू हुआ. किसान नेता बूटा सिंह ने टिकरी बॉर्डर पर भड़काऊ भाषण दिया.
पुलिस कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव ने बताया कि किसान नेताओं ने बैरिकेड्स तोड़ने का आदेश दिया था.
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा पर पुलिस कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी साझा की.
किसान नेता चढूनी ने भी धमकी दी थी. गुरनाम सिंह ने कहा था कि बैरिकेड तोड़कर दिल्ली में घुसेंगे. चढूनी ने ये भी कहा था कि हर हाल में आगे बढ़ेंगे. गोली लगे, लाठी लगे, आगे बढ़ेंगे.
भड़काऊ बयान देने वालों पर एक्शन की तैयारी है, सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार उकसाने वाले नेताओं पर अलग से FIR होगी. कई धाराओं में केस दर्ज करने की तैयारी है. टिकैत पर अलग से केस दर्ज हो सकता है.
BKU ने भी किसान आंदोलन खत्म करने का ऐलान किया. भारतीय किसान यूनियन ने गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा की निंदा की.
वीएम सिंह ने कहा कि 'हम किसी ऐसे व्यक्ति के साथ विरोध को आगे नहीं बढ़ा सकते जिसकी दिशा कुछ और हो. इसलिए, मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं, लेकिन वीएम सिंह और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति इस विरोध को तुरंत वापस ले रही है.'
VM Singh ने कहा कि 'सरकार की भी गलती है जब कोई 11 बजे की जगह 8 बजे निकल रहा है तो सरकार क्या कर रही थी. जब सरकार को पता था कि लाल किले पर झंडा फहराने वाले को कुछ संगठनों ने करोड़ों रुपये देने की बात की थी.'
किसान नेता वीएम सिंह ने कहा कि 'हिन्दुस्तान का झंडा, गरिमा, मर्यादा सबकी है. उस मर्यादा को अगर भंग किया है, भंग करने वाले गलत हैं और जिन्होंने भंग करने दिया वो भी गलत हैं. ITO में एक साथी शहीद भी हो गया. जो लेकर गया या जिसने उकसाया उसके खिलाफ पूरी कार्रवाई होनी चाहिए.'
किसान नेता वीएम सिंह ने किसान आंदोलन से अपना नाम वापस ले लिया है. उन्होंने कहा कि हम इस आंदोलन से हट गए हैं.
उपद्रव के बाद नकली किसान नेता की पोल खुल गई. राकेश टिकैत पर किसान नेता वीएम सिंह ने बड़ा आरोप लगाया.
26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर परेड में ट्रैक्टर दुर्घटना में जिस किसान की मौत हुई उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. बरेली ADG अविनाश चंद्र ने बताया, "कल रात को मृत किसान के शव का पोस्टमार्टम हुआ जिसमें गोली लगने की पृष्टि नहीं हुई. ट्रैक्टर पलटने से उनको चोट लगी, जिससे उनकी मौत हुई."
गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ाई गई, भारी संख्या में फोर्सेज NH9 पर तैनात हुई.
दिल्ली में (26.1.2021) को हुई हिंसा के दौरान, कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली पुलिस के वाहन पर अपने ट्रैक्टर से बार-बार हमला किया और उसे पलट दिया.
वीडियो क्लिप स्रोत (दिल्ली पुलिस)
लाल किले पर देखा गया था कि एक आंसू गैस गन, जिसे सुरक्षाकर्मियों से उन स्थानों पर छीन लिया गया, जहां कल हिंसा हुई थी: दिल्ली पुलिस
प्रदर्शनकारियों ने हिंसा के दौरान 26 जनवरी को दिल्ली पुलिस के एक वाहन को लाठी से पीट-पीटकर क्षतिग्रस्त कर दिया गया.
वीडियो क्लिप स्रोत (दिल्ली पुलिस)
आईटीओ पर दिल्ली पुलिस की प्राथमिकी में घटना के अनुक्रम का उल्लेख है. इसमें उल्लेख किया गया है कि किसान मध्य दिल्ली की ओर आने लगे और उनसे कानून और व्यवस्था बनाए रखने के निरंतर अनुरोध किए गए. इसमें उस घटना का भी उल्लेख है जहां एक किसान की ट्रैक्टर पलटने से मौत हो गई. FIR में कहा गया है कि पुलिस और अन्य लोगों ने उन्हें छुड़ाना शुरू कर दिया, लेकिन प्रदर्शनकारी किसान ट्रैक्टरों के साथ वहां आए और पुलिस अधिकारियों को मारने का प्रयास किया. पुलिस के पास दाढ़ी थी और मौके से चली गई, बाद में उन्हें पता चला कि किसान ने दम तोड़ दिया.
भारतीय राष्ट्रीय लोकदल के नेता अभय सिंह चौटाला ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में हरियाणा विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. स्पीकर ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया.
सूत्रों के हवाले से खबर है कि दिल्ली पुलिस की सूझबूझ से परेड बच गई थी. प्रदर्शनकारी किसान 45 हार्सपावर ट्रैक्टर के साथ 26 जनवरी की सुबह 10.45 बजे दिल्ली के भैरोमार्ग तक पहुंच गए थे. जहां से महज 4 मिनट की दूरी पर परेड हो रही थी. कुछ प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर के साथ रिपब्लिक परेड में घुसने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन दिल्ली पुलिस ने रास्ते मे बस खड़ा कर के रास्ता बंद कर दिया था. जिससे प्रदर्शनकारी अंदर नही घुस पाए. इसके बाद प्रदर्शनकारी ITO की तरफ मुड़ गए.
बीजेपी नेता कपिल मिश्रा दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर 30 जनवरी को शाम 5 बजे सेंट्रल पार्क कनॉट प्लेस पर तिरंगा मार्च निकालेंगे.
दिल्ली पुलिस की FIR में राकेश टिकैत का नाम भी है, टिकैत पर पुलिस की NOC तोड़ने का इल्जाम है. अबतक योगेंद्र यादव, दर्शनपाल सहित कई किसान नेताओं पर केस दर्ज किया गया.
NOC पर साइन करने वाले सभी किसान नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने गृह मंत्री अमित शाह को रिपोर्ट सौंप दी है.
1). राकेश टिकैट
2). डॉ. दर्शनपाल
3). राजिंदर सिंह
4). बलबीर सिंह राजेवाल
5). बुट्टा सिंह बुर्जगिल
6). जोगिंदर सिंह उग्राहा
7). गुरनाम चढूनी
8). योगेंद्र यादवइनके अलावा दिल्ली पुलिस के साथ NOC साइन करने वाले किसान नेताओं पर FIR दर्ज हुई है.
राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर हुई हिंसा को लेकर किसान नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज किया गया है. जानकारी के अनुसार NOC साइन करने वाले किसान नेताओं पर FIR दर्ज की गई है. सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनपुसार गुरनाम चढूनी, बलबीर सिंह राजेवाल, योगेंद्र यादव और दर्शनपाल के खिलाफ केस दर्ज किया दया है. सभी किसान नेताओं पर NOC तोड़ने का आरोप है.
दिल्ली में हुए बवाल को लेकर गृहमंत्री अमित शाह अपने आवास पर दिल्ली पुलिस कमिश्नर के साथ अहम बैठक कर रहे हैं. आईबी चीफ अरविंद कुमार भी मौजूद हैं.
गृह मंत्रालय में गृह सचिव की अध्यक्षता में बैठक चल रही. बैठक में कानून मंत्रालय के सचिव, एडिशनल सेक्रेटरी (UT), डीजी सीआरपीएफ और IB के उंचाधिकारी लालकिले पर झंडा फहराने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी करवाई का विचार हो रहा है. CCTV के जरिये उपद्रवियों की पहचान कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए.
दिल्ली में उत्पात मचाने वालों की वकालत करने राहुल गांधी भी उतर गए हैं. उन्होंने ट्वीट करके लिखा है कि “विनम्र तरीक़े से आप दुनिया हिला सकते हैं।” -महात्मा गांधी
एक बार फिर मोदी सरकार से अपील है कि तुरंत कृषि-विरोधी क़ानून वापस लिए जाएं.
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को शहर में किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के संबंध में 200 लोगों को हिरासत में लिया. जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा: दिल्ली पुलिस
दिल्ली के वजीराबाद थाने के SHO पीसी यादव भी कल हुई हिंसा में घायल हो गए थे. पीसी यादव के मुताबिक गणतंत्र दिवस के मौके पर लाल किला पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिसवालों पर हथियारों से हमला किया था.
दिल्ली में हिंसा से किसान नेताओं ने पल्ला झाड़ा. हन्नान मुल्लाह ने कहा कि आंदोलन साजिश का शिकार हुआ, वहीं राकेश टिकैत बोले कि हिंसा केंद्र और यूपी सरकार की नाकामी है.
दिल्ली के कई इलाकों में जाम से लोगों को परेशानी हो रही है. दिल्ली-गाजियाबाद नेशनल हाईवे पर आने-जाने पर रोक लगाई गई है. लाल किला और जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन पर एंट्री-एग्जिट नहीं है.
दिल्ली में हिंसा के बाद खालिस्तान समर्थकों के ट्विटर अकाउंट सस्पेंड किए गए. इन अकाउंट के जरिए कनाडा और ब्रिटेन से भारत विरोधी एजेंडा चलाए रहे थे. किसानों के समर्थन में न्यूयॉर्क और वॉशिंगटन डीसी में खालिस्तानी झंडे लहराए गए.
दिल्ली पुलिस लाल किले पर हुई हिंसा की जांच में IB और केंद्रीय एजेंसियों की मदद ले रही है.
सूत्रों के हवाले से खबर है कि FIR में कई किसान नेताओं का जिक्र किया गया है. इस पूरे हिंसा की जांच दिल्ली क्राइम ब्रांच, स्पेशल सेल से कराई जा सकती है.
दिल्ली के ITO पर हिंसा मामले में प्रदर्शनकारियों पर हत्या की कोशिश का केस दर्ज हुआ है. अलग-अलग थानों में अब तक 22 FIR दर्ज की गई है. कल हुई हिंसा में दिल्ली पुलिस के 300 जवान घायल हो गए.
दिल्ली में हिंसा को लेकर गृहमंत्रालय की बैठक हुई. सूत्रों के हवाले से खबर है कि दंगाईयों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. 26 जनवरी की हिंसा में 300 पुलिसकर्मी घायल हो गए.
राजधानी के हालात को देखते हुए दिल्ली NCR में कई जगहों पर इंटरनेट सर्विस पर बैन लगाया गया.
खुद को किसान नेता कहकर राजनीति चमकाने वाले योगेंद्र यादव ने ट्वीट करके कहा है कि "सभी साथियों से अपील है कि संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा निर्धारित रूट पर ही परेड करें. उससे अलग होने से आंदोलन को सिर्फ नुकसान ही होगा. शांति ही किसान आन्दोलन की ताकत है, शांति टूटी तो सिर्फ आंदोलन को नुकसान होगा. अपील"
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया.
दिल्ली से नोएडा आने वाले रास्ते खाली हो गए हैं, किसान नेताओं और पुलिस के बीच बनी बात..
दिल्ली में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं, दंगाइयों ने पुलिसवालों पर तलवार से हमला किया. पुलिस की चौकी को किया तबाह..
ट्रैक्टर रैली में पुलिसवालों पर लगातार हमलावर हैं उपद्रवी..
लालकिले को कब्जा करके पत्थरबाजी करने वाले उपद्रवियों का तांडव देखा गया. जिसके बाद पुलिस लाल किला को खाली करवा रही है. कब्जा करने वाले फर्जी किसानों को हटा रही है. लाठीचार्ज कर सभी को भगा रही है.
किसान के रूप में दंगाइयों ने पुलिसवालों पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की.
उपद्रवियों को समझाने की कोशिश कर रही है दिल्ली पुलिस, लेकिन हालात बेकाबू होते जा रहे हैं.
उपद्रवियों ने पुलिसवालों को पीटा, एक पुलिसवाले को घेरकर उनके साथ मारपीट की.
हाथों में हथियार लेकर तोड़फोड़ कर रहे हैं, ट्रैक्टर रैली में मौजूद उपद्रवी..
किसानों के वेश में छिपे दंगाइयों ने पुलिस के जवानों को दौड़ा-दौड़ाकर लाठी से पीटा..
किसानों के ट्रैक्टर मार्च में चल रहे बवाल की ड्रोन कैमरे से निगरानी रखी जा रही है.
राजधानी दिल्ली में ट्रैक्टर रैली में चलते हालात बेकाबू होते जा रहे हैं, किसानों के रूप बहरूपियों के हाथों में लाठी-डंडे और हथियार हैं.
ट्रैक्टर रैली और प्रदर्शन के दौरान अबतक तीन लोग घायल हो गए हैं.
दिल्ली की सड़कों पर ट्रैक्टर रैली की आड़ में हुड़दंगई..
दिल्ली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में किसानों का विरोध प्रदर्शन. बैरिकेड्स तोड़ने के बाद दिल्ली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में किसान पुलिस के वाटर कैनन वाहन पर चढ़ गए.
सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने बैरिकेड्स तोड़ दिया है. किसानों ने डंपर से बैरिकेडिंग को तोड़ा.
किसानों का काफिला करनाल बाइपास के पास पहुंचा, किसानों ने दिल्ली पुलिस के नियमों की धज्जियां उड़ाई. ट्रैक्टर्स पर 5 से ज्यादा किसान सवार हैं. दिल्ली पुलिस ने 5 किसानों की ही परमिशन दी थी.
प्रदर्शन कर रहे किसानों ने दिल्ली-हरियाणा टीकरी बॉर्डर पर पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ दी. तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसान आज ट्रैक्टर रैली निकाल रहे हैं.
गणतंत्र दिवस के पर्व पर आखिर कौन षड्यंत्र रच रहा है. एक तरफ टिकरी बॉर्डर पर बैरिकेटिंग तोड़े जा रहे हैं, वो वहीं सिंघु बॉर्डर पर हंगामा हो रहा है.
सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने हंगामा कर दिया है. बैरिकेडिंग तोड़कर दिल्ली में घुसने की कोशिश कर रहे हैं. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) किसानों को समझाने की कोशिश कर रही है.
कृषि कानूनों के विरोध में Republic Day पर ट्रैक्टर रैली के लिए तिरंगे के साथ किसानों के ट्रैक्टर तैयार हैं; दिल्ली-नोएडा लिंक रोड पर चिल्ला-बॉर्डर से तस्वीर सामने आई है.
Republic Day पर अपनी ट्रैक्टर रैली के तहत बड़ी संख्या में किसानों ने अपने ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली की ओर प्रस्थान किया.
ट्रैक्टर मार्च को लेकर दिल्ली-NCR में कड़ी सुरक्षा का बंदोबस्त किया गया है. गाजियाबाद बॉर्डर पर भारी पुलिसबल तैनात की गई है, वहीं किसान ट्रैक्टर मार्च की तैयारी में जुटे हुए हैं.
ट्रैक्टर मार्च को लेकर किसानों ने बड़ा ऐलान किया है. आखिरी ट्रैक्टर के गुजरने तक मार्च जारी रहेगा. सभी ट्रैक्टर गुजरने तक मार्च करने का ऐलान किया है. जितने दिन में सभी ट्रैक्टर गुजरेंगे उतने दिन मार्च चलेगा. 2 दिन लगें या 3 दिन, सभी ट्रैक्टर गुजरने चाहिए.