Mahadev Online Book Promoter Arrested: भारतीय अधिकारी महादेव ऑनलाइन बुक ऐप के प्रमोटरों में से एक और 6,000 करोड़ रुपये के सट्टेबाजी घोटाले के मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया में लगे हुए हैं. चंद्राकर को पिछले सप्ताह इंटरपोल रेड नोटिस के आधार पर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में गिरफ्तार किया गया था.


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मामले से परिचित लोगों ने शुक्रवार को बताया कि घोटाले की जांच कर रही संघीय एजेंसियां ​​प्रवर्तन निदेशालय (ED), केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और छत्तीसगढ़ पुलिस विदेश मंत्रालय के माध्यम से प्रत्यर्पण दस्तावेजों पर काम कर रही हैं, ताकि चंद्राकर को जल्द से जल्द भारत वापस लाया जा सके.


छत्तीसगढ़ के रायपुर की एक अदालत ने गुरुवार को प्रत्यर्पण आदेश जारी किया. नाम न बताने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि इसे यूएई अधिकारियों को भेजा जा रहा है.


बताया गया कि चंद्राकर और उनके बिजनेस पार्टनर रवि उप्पल को पिछले साल दिसंबर में दुबई में घर में नजरबंद रखा गया था.


ईडी ने घोटाले की अपनी जांच का हवाला देते हुए कहा है कि महादेव ऑनलाइन बुक ऐप का संचालन दुबई से किया जा रहा था और यह 70%-30% लाभ अनुपात पर पैनल या शाखाओं को फ्रेंचाइज करके संचालित किया जा रहा था.


CBI ने हाथ में लिया केस
पिछले महीनों ही सीबीआई ने छत्तीसगढ़ पुलिस की सभी प्राथमिकी रिपोर्ट (एफआईआर) अपने हाथ में ले ली है, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम भी शामिल है. ईडी ने नवंबर में आरोप लगाया था कि चंद्राकर और उप्पल ने बघेल को 508 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी. बघेल का नाम लेते हुए एफआईआर में कहा गया है, 'महादेव बुक ऐप के प्रमोटरों ने पुलिस को उनकी अवैध गतिविधियों पर कोई कार्रवाई करने से रोकने के लिए विभिन्न पुलिस अधिकारियों, प्रशासनिक अधिकारियों और प्रभावशाली राजनीतिक व्यक्तियों को भारी मात्रा में संरक्षण राशि का भुगतान किया. इस पैसे का इस्तेमाल हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंचाया गया और फिर अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और प्रभावशाली राजनीतिक व्यक्तियों तक पहुंचाया गया. इस तरह, कई पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग करके संरक्षण राशि के रूप में खुद को लाभ पहुंचाया और अवैध संपत्तियां बनाईं.'


बघेल ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि राजनीतिक प्रतिशोध के तहत उनकी छवि खराब की जा रही है. ईडी ने इस मामले में दो आरोपपत्र दाखिल किए हैं, जिनमें से एक चंद्राकर और उप्पल के खिलाफ है. आरोप लगाया गया है कि चंद्राकर ने फरवरी 2023 में यूएई के रास अल खैमाह में शादी की और इस आयोजन के लिए करीब 200 करोड़ रुपये नकद खर्च किए गए. ईडी ने कहा कि उसके रिश्तेदारों को भारत से यूएई लाने के लिए निजी जेट किराए पर लिए गए और शादी में परफॉर्म करने के लिए मशहूर हस्तियों को पैसे दिए गए.


ईडी ने कहा कि मामले में अपराध की अनुमानित आय लगभग ₹6,000 करोड़ है. अब तक मामले में ₹572.41 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है.


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