नई दिल्लीः  मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में आने वाले दर्शनार्थियों के लिए ड्रेस कोड तय किया गया है. अब पुरुष को यहां धोती, सोला व महिलाओं को साड़ी पहनकर आने पर ही प्रवेश मिलेगा. यह व्यवस्था जल्दी ही लागू की जाने वाली है.


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जानिए क्यों लिया गया फैसला
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की जिलाधिकारी कुमार पुरुषोत्तम की अध्यक्षता में बैठक हुई. इस बैठक में तय किया गया कि उज्जैन वासियों को सप्ताह में एक दिन भस्म आरती में निःशुल्क प्रवेश दिया जाएगा. इसके लिए मंगलवार का दिन तय हुआ है. इसमें भक्तों की क्षमता सीमित रखी जाएगी.


समिति ने फैसला लिया है कि गर्भगृह में प्रवेश करने वालों को धोती और सोला पहनना होगा. अभी तक आम दिनों में सभी श्रद्धालुओं को सामान्य कपड़ों में प्रवेश दिया जा रहा था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.


इन कपड़ों में ही मिलेगा प्रवेश
गर्भगृह खुलने के बाद आम श्रद्धालुओं को भी धोती-सोला पहनने के बाद ही प्रवेश मिलेगा. वहीं, महिलाओं के लिए साड़ी पहनना अनिवार्य होगा. वर्तमान में आम जनों के लिए गर्भगृह में प्रवेश पर बीते लगभग ढाई माह से रोक लगी हुई है, आने वाले दिनों में समिति की फिर बैठक होगी और गर्भगृह में आमजनों के प्रवेश को शुरु किया जाएगा.


श्रद्धालुओं ने बनाया रिकॉर्ड
महाकालेश्वर मंदिर में 4 जुलाई से 11 सितंबर तक 2 करोड़ 39 लाख 58 हजार 740 से अधिक भक्तों ने दर्शन किए. इस बार सावन महीने में रिकॉर्ड श्रद्धालुओं का आगमन हुआ. श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि श्रावण-भाद्रपद महीने में श्रद्धालुओं की गिनती के लिए स्मार्ट सिटी द्वारा लगाई गई हेड काउंट डिवाइस के माध्यम से यह जानकारी मिली है.


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