नई दिल्लीः बसपा यानी की बहुजन समाज पार्टी आज 15 मार्च को अपने संस्थापक कांशीराम का जन्मदिन मना रही है. उनके जन्मदिन के अवसर पर लखनऊ स्थित पार्टी के कार्यालय में एक समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में बसपा की मौजूदा मुखिया मायावती ने भाग लिया और श्रद्धा सुमन अर्पित किया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

'सत्ता में साझेदारी बनानी है जरूरी'
मायावती ने कहा कि समाज के वंचितों, शोषितों व बहुजनों को अपने तिरस्कार से बचने के लिए सत्ता में अपनी साझेदारी बनानी अत्यंत जरूरी है. उन्हें खुद की एक अलग पहचान बनाने के लिए सत्ता की चाबी अपने हाथ में रखनी होगी. यह उनके भविष्य के लिए काफी जरूरी कदम है. 


'बाबा साहेब के मूल्यों को बढ़ाया आगे'
साथ ही जन्मदिन के इस मौके पर उन्होंने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को याद किया और कहा कि बाबा साहेब ने दलितों, वंचितों और बहुजनों के इस कारवां को आगे बढ़ाने का काम किया है. लेकिन आज भी उनके समाज की, अनुयायियों की उपेक्षा की जाती है. उनका तिरस्कार किया जा रहा है. उनके खिलाफ षड्यंत्र का दौर जारी है. अगर आप सब इसका सटीक जवाब देना चाहते हैं तो फिर आपको इसके लिए चुनावी सफलता प्राप्त करनी होगी और सत्ता की चाबी अपने पास रखनी होगी. 


'कांशीराम जी को अपार श्रद्धा-सुमन अर्पित'
मायावती ने आगे कहा कि बामसेफ, बीएस 4 व बहुजन समाज पार्टी के जरिए कांशीराम जी ने बाबा साहेब के मूल्यों को आगे बढ़ाने का काम किया. उन्होंने समाज में सदियों से वंचित-शोषित बहुजन समाज को राजनीतिक शक्ति के रूप में खड़ा किया और परम पूज्य बाबा साहेब के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान मूवमेंट को आत्मबल व गति देने का काम किया. उनके इस अभूतपूर्व कार्यों को याद करते हुए आज उनकी जन्मदिन पर में उन्हें अपना अपार श्रद्धा-सुमन अर्पित करती हूं. 


'BSP ने इस मूवमेंट को बढ़ाया आगे'
बसपा सुप्रीमो ने आगे कहा, 'BSP ने उनके इसी मूवमेंट को जमीनी मजबूती के साथ यूपी में चार बार बनी सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय सरकार में आगे बढ़ाने का काम किया. अपने शासन काल में सरकार ने करोड़ों लोगों तक इसका सही लाभ पहुंचाना और उन्हें सत्ता की शक्ति से परिचित कराया,  जो देश में सामाजिक परिवर्तन व आर्थिक मुक्ति के अहम मामले में बेहतरीन एवं बेमिसाल है.'


'दलितों के खिलाफ जारी है षड्यंत्र'
अंत में बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि परम पूज्य डा. भीमराव अम्बेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने वाले बहुजन नायक कांशीराम जी व उनके समाज एवं अनुयायियों की उपेक्षा, तिरस्कार व उनके खिलाफ षड्यंत्र का क्रम विरोधियों द्वारा आज भी लगातार जारी है. इसका उचित जवाब चुनावी सफलता व सत्ता की मास्टर चाबी प्राप्त करके देते रहना जरूरी है.


ये भी पढ़ेंः इमरान खान बोले, मेरी हत्या कराना चाहती है पाकिस्तान सरकार, समर्थकों को पीट रही पुलिस


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.