नई दिल्ली: देशभर में कई जगहों से खबरें आ रही हैं कि जो मजदूर पैदल चल रहे हैं उन्हें रास्ते में ही जान गंवानी पड़ी रही है. ये बहुत ही वीभत्स तस्वीरें हैं जो पूरे देश में लोगों को चिंतित कर रही हैं. उत्तरप्रदेश के औरेया में हुए भीषण सड़क हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. कोरोना संक्रमण के कारण मजदूरों की आय के स्रोत भी समाप्त हो गए हैं. मजबूरी में बेचारे मजदूर किसी भी साधन का प्रयोग करते हैं और किसी न किसी हादसे के शिकार हो जाते हैं. इस पर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बड़ी बात कही है और मजदूरों से धैर्य रखने का अनुरोध किया है.


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श्रमिक ट्रेन चलाकर हर जिले से घर भेजेंगे मजदूर- पीयूष गोयल


रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मजदूरों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए बड़ी बात कही है. पीयूष गोयल ने कहा है कि वह देश के हर जिले में श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने के लिए तैयार हैं जहां के लोग किसी दूसरे राज्य में फंसे हुए हैं.


जिलों के डीएम की भूमिका अहम



 


रेल मंत्री ने कहा है कि इसके लिए जिलों के डीएम कलेक्टर ऐसे लोगों के नाम और गंतव्य रेलवे स्टेशन का ब्योरा अपने राज्य के नोडल ऑफिसर के जरिये रेलवे से साझा करें. इसके बाद रेलवे संबंधित स्टेशन के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था करेगा.


1150 श्रमिक ट्रेनें चला चुका है रेलवे


आपको बता दें कि रेलवे अभी तक 1150 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला चुका है और तकरीबन 15 लाख से ज्यादा लोगों को एक राज्य से दूसरे राज्य उनके गंतव्य तक पहुंचा चुका है. एक दिन पहले ही रेल मंत्रालय की तरफ से राज्यों को कहा गया था कि रेलवे हर दिन 300 ट्रेनें चला सकता है. इसके लिए राज्यों को अपनी-अपनी तरफ से परमिशन देने की जरूरत है.


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पैदल घरों की ओर जा रहे मजदूर


लॉकडाउन के दौरान कई राज्यों में मजदूर पैदल ही अपने घर को निकल रहे हैं. इनमें से कई मजदूरों में रास्ते में ही दम तोड़ दिया. इसको ध्यान में रखते हुए रेलवे ने ज्यादा से ज्यादा श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है लेकिन ये ट्रेनें तभी चलेंगी जब दोनों राज्य, जिस राज्य से मजदूर जा रहे हैं और जिस राज्य में उनको जाना है, वह दोनों राज्य रेलवे से ट्रेन चलाने के लिए कहेंगे.