नई दिल्ली: Mukhtar Ansari Grave: माफिया मुख्तार अंसारी के शव को गाजीपुर के कालीबाग कब्रिस्तान में शव को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. मोहम्मदाबाद इलाके के कालीबाग में मुख्तार की कब्र भी तैयार हो चुकी है. मुख्तार की कब्र खोदने वालों में उसके बचपन का दोस्त गिरधारी भी है. मुख्तार की कब्र उसके पिता सुभानुल्लाह अंसारी की कब्र के ठीक सामने खोदी गई है.
अंसारी परिवार की पुश्तैनी कब्रगाह
जानकार बताते हैं कि मुख्तार की यही इच्छा थी कि उसे अपने बुजुर्गों के करीब ही दफ्न किया जाए. कालीबाग कब्रिस्तान को अंसारी परिवार की पुश्तैनी कब्रगाह भी कहा जाता है. मुख्तार के पिता सुभानुल्लाह के अलावा यहां मुख्तार की मां, दादा और परदादा का शव भी दफनाया गया है. इस कब्रिस्तान में इतने पेड़ हैं कि दिन में भी अंधेरे जैसा लगने लगता है, इसी कारण इसे कालीबाग कहा जाने लगा.
गिरधारी ने क्या कहा?
TV9 से हुई बातचीत में मुख्तार के बचपन के दोस्त गिरधारी ने बताया कि मुझे गुरुवार शाम 6 बजे पता चला कि विधायक जी (मुख्तार) की तबीयत बिगड़ गई है. तभी से मन विचलित हो गया था. रात 9 बजे पता चला कि वे अब नहीं रहे.
'मेरे लिए मुख्तार सबकुछ थे'
गिरधारी ने बताया कि मुख्तार अंसारी उसके लिए बचपन का दोस्त ही नहीं, बल्कि सबकुछ था. मुख्तार अंसारी की दी गई जमीन पर ही गिरधारी का मकान बना है, जहां वह रहता है. गिरधारी ने कहा कि मैंने ऐसे दिन की कभी भी कल्पना नहीं की थी.
7 फीट लंबी कब्र खोदी
कब्र खोदने वाले एक अन्य शख्स संजय ने बताया कि मुख्तार की कब्र की लंबाई ज्यादा रखी गई है. उनका कद लंबा था. कब्र की लंबाई 7 फीट और चौड़ाई 5 फीट रखी गई है. कब्र की गहराई 5.5 फीट रखी गई है.
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