लखनऊ में कैसे गिरी 5 मंजिला रिहायशी इमारत? जांच समिति गठित, जानें अपडेट
लखनऊ के हसनगंज में 5 मंजिला रिहायशी इमारत गिरी. खबर लिखे जाने तक 14 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. बिल्डिंग का मालिक हिरासत में लिया गया. जांच समिति गठित हो गई है और बिल्डर पर मुकदमे का आदेश दिया गया.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज इलाके में मंगलवार शाम एक बहुमंजिला इमारत ढहने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बुधवार को मंडलायुक्त की अगुवाई में तीन सदस्यीय जाँच समिति गठित की गई.
तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की गई
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है. लखनऊ की मंडलायुक्त रोशन जैकब की अगुवाई वाली इस समिति में लखनऊ के संयुक्त पुलिस आयुक्त पीयूष मोर्डिया तथा लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता भी शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि यह समिति इस हादसे के लिए ज़िम्मेदार लोगों को चिन्हित कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देगी. पिछले करीब 15 घंटे से जारी बचाव अभियान के दौरान इमारत के मलबे से अब तक 14 लोगों को निकाला जा चुका है जबकि तीन अन्य के फंसे होने की आशंका है.
भवन मालिकों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया
प्रशासन ने इस मामले में अपार्टमेंट के बिल्डर और भवन मालिकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए हैं. इस बीच, प्रशासन ने अलाया अपार्टमेंट के बिल्डर और भवन मालिकों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है. मंडलायुक्त रोशन जैकब ने बुधवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देश दिया कि हजरतगंज की वजीर हसन रोड पर बनाए गए अलाया अपार्टमेंट के ढहने के मामले में उसके भवन मालिक मोहम्मद तारीफ, नवाजिश और शाहिद के साथ-साथ अपार्टमेंट के बिल्डर यजदान पर मुकदमा दर्ज कराया जाए.
मंडलायुक्त ने यह भी आदेश दिए हैं कि लखनऊ शहर में यजदान बिल्डर द्वारा बनवाई गई अन्य इमारतों का चिह्नांकन कर जांच की जाए और अवैध निर्माण या खराब गुणवत्ता वाले निर्माण की स्थिति में तत्काल ध्वस्तीकरण कराया जाए.
दोषी के खिलाफ की जाएगी सख्त कार्रवाई
लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने कहा कि मामले की जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. गंगवार ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि मंगलवार शाम को ढहे 'अलाया अपार्टमेंट' के मलबे से अब तक 14 लोगों को निकाला जा चुका है. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. उनमें से 10 की हालत स्थिर मगर खतरे से बाहर है जबकि चार को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है.
उन्होंने बताया कि मलबे में अभी तीन और लोगों के दबे होने की आशंका है उनमें से एक की तरफ से प्रतिक्रिया मिल रही है जबकि बाकी दो लोग कहां दबे हैं, इसका पता लगाया जा रहा है. प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के मुताबिक, इस चार मंजिला इमारत में 12 फ्लैट थे जिनमें से नौ में लोग रह रहे थे.
गौरतलब है कि लखनऊ के हजरतगंज क्षेत्र में वजीर हसन मार्ग पर मंगलवार शाम करीब सात बजे एक बहुमंजिला इमारत ढह गई. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें पिछले करीब 15 घंटे से बचाव अभियान चला रही हैं.
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