नई दिल्ली: 25 जनवरी को प्रत्येक वर्ष मतदान दिवस के रूप में मनाया जाता है. लोकतांत्रिक मूल्यों का सबसे प्रमुख आधार है लोक, लोक अर्थात आम जनता. इस व्यवस्था में आम जनता ही सर्वोच्च स्थान रखता है. ऐसे में कोई भी लोकतांत्रिक व्यवस्था  तभी सफल हो सकती है जब राष्ट्र का प्रत्येक व्यक्ति अपना मत दे. लोग शत-प्रतिशत मतदान करें.


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इन देशों में वोट नहीं देने पर है सजा का प्रावधान
लोकतंत्र की सफलता शत-प्रतिशत मतदान में ही है. हर एक वोट कीमती है और यह आपके अधिकारों का परिचायक भी है. दुनिया में 33 ऐसे देश हैं जहाँ मतदान करना अनिवार्य है. 
ऑस्ट्रेलिया में किसी भी परिस्थिति में मतदान करना अनिवार्य है. वाजिब वजह नहीं होने पर सरकार द्वारा जुर्माना भी लगाया जा सकता है. वहीं बोलिविया में मतदान नहीं करने पर 3 महीने की वेतन में भी कटौती कर दी जाती है. 


एक-एक वोट है कीमती
भारत में मतदान के प्रति लोगों में जागरूकता की कमी देखी गई है. लोगों को लगता है कि उनके एक वोट से क्या ही बदल जायेगा. ऐसे लोगों को यह जानना चाहिए कि एक वोट कैसे किसी की जिंदगी बना और बिगड़ सकती है. 


एक वोट के कारण ही वाजपेयी की सरकार गिरी थी
आपको बता दें कि मात्र एक वोट के कारण ही 1999 में तत्कानिल प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार गिर गई थी. अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में जहाँ कुल 270 वोट पड़े थे वहीं विरोध में 269 वोट पड़े थे. 2008 में हुए राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के चेहरे रहे सी पी जोशी मात्र एक वोट से हार गए थें. उनके विरुद्ध खड़े Bjp के कल्याण सिंह चौहान को जहां 62 हजार 216 वोट मिले थें वहीं उन्हें मात्र 62 हजार 215 वोट ही मिले थे. गौरतलब है कि लोकतंत्र में प्रत्येक वोट की अहमियत होती है. वोट ही आपका सबसे मुखर अभिव्यक्ति होती है. अतः आम जनता को देश के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए मतदान जरूर करना चाहिए.


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