इंडिया गेट पर `नेता जी`: 26,000 घंटे की मेहनत, 65 हजार टन का वजन, 1165 KM से दिल्ली पहुंची प्रतिमा
प्रतिमा का अनावरण आजाद हिंद फौज के पारंपरिक गीत ‘कदम, कदम बढ़ाए जा’ की धुन के साथ किया गया. एक भारत-श्रेष्ठ भारत और अनेकता में एकता की भावना को प्रदर्शित करने के लिए देश के कोने-कोने से आए 500 नर्तकों द्वारा एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया.
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को इंडिया गेट के पास स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया. बोस की प्रतिमा उसी स्थान पर स्थापित की गई है, जहां इस साल की शुरुआत में पराक्रम दिवस (23 जनवरी) के अवसर पर नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया गया था.
इस होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण नेताजी की 125वीं जयंती के अवसर पर किया गया था. यह पहली परियोजना है, जो मोदी सरकार की 13,450 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास योजना के तहत पूरी हुई है. ‘देश की सत्ता का गलियारा’ कहे जाने वाले सेंट्रल विस्टा के पुनर्विकास की परियोजना के तहत एक नये त्रिकोणीय संसद भवन, एक साझा केंद्रीय सचिवालय, तीन किलोमीटर लंबे राजपथ का पुनर्विकास, प्रधानमंत्री के नये निवास और कार्यालय और उपराष्ट्रपति के लिए नये एन्क्लेव की परिकल्पना की गई है.
‘कदम, कदम बढ़ाए जा’ की धुन पर हुआ अनावरण
प्रतिमा का अनावरण आजाद हिंद फौज के पारंपरिक गीत ‘कदम, कदम बढ़ाए जा’ की धुन के साथ किया गया. एक भारत-श्रेष्ठ भारत और अनेकता में एकता की भावना को प्रदर्शित करने के लिए देश के कोने-कोने से आए 500 नर्तकों द्वारा एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया. प्रतिमा का अनावरण करने के बाद प्रधानमंत्री ने नेताजी को पुष्पांजलि भी अर्पित की.
प्रधानमंत्री ने मजदूरों से भी किया संवाद
अधिकारियों के मुताबिक प्रधानमंत्री ने सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के पुनर्विकास कार्य में शामिल मजदूरों से संवाद भी किया और उनसे कहा कि उन्हें गणतंत्र दिवस परेड में आमंत्रित किया जाएगा. प्रधानमंत्री ने इस परियोजना से जुड़े कुछ विभिन्न पहलुओं का अवलोकन भी किया.
ऐसे बनी प्रतिमा
करीब 26,000 घंटे के अथक कलात्मक प्रयासों से अखंड ग्रेनाइट को तराश कर 65 मीट्रिक टन वजन की इस प्रतिमा को तैयार किया गया है. काले रंग के ग्रेनाइट पत्थर से निर्मित 28 फुट ऊंची यह प्रतिमा इंडिया गेट के समीप एक छतरी के नीचे स्थापित की गई है. नेताजी की इस प्रतिमा को पारंपरिक तकनीकों और आधुनिक औजारों का उपयोग कर पूरी तरह हाथों से बनाया गया है.
अरुण योगीराज के नेतृत्व में मूर्तिकारों के एक दल ने यह प्रतिमा तैयार की है. यह प्रतिमा भारत की विशालतम, सजीव, अखंड पत्थर पर हस्त निर्मित प्रतिमाओं में से एक है. ग्रेनाइट के इस अखंड पत्थर को तेलंगाना के खम्मम से 1665 किलोमीटर दूर नयी दिल्ली तक लाने के लिए 100 फुट लंबा 140 पहियों वाला एक ट्रक विशेष तौर पर तैयार किया गया था. प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, जी किशन रेड्डी, धर्मेंद्र प्रधान, मीनाक्षी लेखी सहित कई केंद्रीय मंत्री, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा और कई देशों के राजनयिक भी मौजूद थे.
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